समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13 फरवरी। युवा कार्य और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि जिस तरह भारत आर्थिक शक्ति बन रहा है, उसी तरह उसमें दुनिया की खेल महाशक्ति बनने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत में अधिक प्रशिक्षकों और सुविधाओं की जरूरत है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी खेलों में अच्छा कर रहे हैं। श्री ठाकुर आज लखनऊ में वैश्विक निवेशक सम्मेलन में खेल पर एक पूर्ण सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस सत्र का नाम “उत्तर प्रदेश में खेल क्षेत्र की निवेश क्षमता का आकलन और एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका” रखा गया था। श्री ठाकुर ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्यों और केंद्र को मिलकर काम करना होगा और इससे देश में अधिक निवेश भी आएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार खेलों पर अधिक ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले वर्ष 450 कोचों की नियुक्ति की थी और इस साल भी और कोच नियुक्त होंगे। ओलंपियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और प्रसिद्ध क्रिकेटर सुरेश रैना तथा खेल उद्योग के प्रतिनिधियों ने भी सत्र में हिस्सा लिया। निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा कि उनकी कंपनी अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन उत्तर प्रदेश में खेल प्रशिक्षण और खेल चिकित्सा केंद्र स्थापित करेगी। सुरेश रैना ने राज्य में अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि खेलों में अपार संभावनाएं हैं और केंद्र सरकार की नीतियों से इस क्षेत्र को मदद मिल रही है। मोटो ग्रां प्री के मुख्य खेल अधिकारी कार्लोस एजपेलेटा ने भी सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी कंपनी राज्य में 400 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
उत्तर प्रदेश के खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने खेल के क्षेत्र में राज्य सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि वाराणसी में तीस हजार लोगों की क्षमता का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समर्पित खेल नीति लेकर आई है और खेल के बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण में निजी भागीदारी को बढ़ावा देने की भी योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश के गांवों में 30 हजार खेल मैदान चिन्हित किए गए हैं।
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