भारत पर्यटन के लिए स्वर्ग है – उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2018-19 प्रदान किए
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28सितंबर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत को ‘पर्यटन के लिए स्वर्ग’ कहा है। उन्होंने भारतीयों से विदेश घूमने से पहले देश के पर्यटन स्थलों को देखने के लिए कहा। भारत के सभ्यतागत इतिहास और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जिक्र करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश के अधिकांश पर्यटन स्थलों का हमारे इतिहास, लोक कलाओं और प्राचीन ग्रंथों से गहरा संबंध है।
नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आज वर्ष 2018-19 के लिए राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने पर्यटन को देश में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन का एक प्रमुख वाहक बताया।
पर्यटन के विविध आयामों का जिक्र करते हुए, उपराष्ट्रपति ने चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में भारत की अपार संभावनाओं के साथ-साथ आयुर्वेद और योग जैसी चिकित्सा की हमारी प्राचीन पद्धतियों में बढ़ती वैश्विक रुचि का पूरी तरह से लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।
देश में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, श्री धनखड़ ने कहा कि पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ ‘देखो अपना देश’ और ‘उत्सव पोर्टल’ जैसी नवीन पहल की गई है।
धनखड़ ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कई गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को सामने लाने के लिए पर्यटन और संस्कृति मंत्रालयों की प्रशंसा की।
यात्रा और पर्यटन क्षेत्रों को प्रेरित करने में राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कारों के महत्व की बात करते हुए, उपराष्ट्रपति ने पुरस्कार विजेताओं को उनकी कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता के लिए बधाई दी। उन्होंने आज से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ प्रतिष्ठित सप्ताह मनाने के लिए पर्यटन मंत्रालय को भी बधाई दी। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने ‘इंडिया टूरिज्म स्टैटिस्टिक्स 2022’ और एक ई-बुक गो बियान्ड: उत्तर भारत के 75 अनुभव जारी किए।
इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी, पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री अजय भट्ट, पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री अरविंद सिंह, मंत्रालय में अपर सचिव राकेश कुमार वर्मा, पर्यटन मंत्रालय के महानिदेशक श्री जी. कमला वर्धन राव समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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