भारत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, इससे बड़े अवसर सामने आयेंगे: धर्मेंद्र प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान ने एआईएमए के 68वें स्थापना दिवस और 18वें राष्ट्रीय प्रबंधन दिवस पर उद्घाटन दिया भाषण
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,22फरवरी। केन्द्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (एआईएमए) के 68वें स्थापना दिवस और 18वें राष्ट्रीय प्रबंधन दिवस को संबोधित किया। केन्द्रीय मंत्री ने प्रबंधन संबंधी उत्कृष्टता, सार्वजनिक सेवा और वैचारिक नेतृत्व के लिए पुरस्कार प्राप्त करने वाले उद्योग जगत की सभी प्रतिष्ठित हस्तियों को बधाई दी।
अपने संबोधन में, धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सामूहिक ज्ञान का उपयोग राष्ट्र निर्माण के लिए किया जाना चाहिए और इसे अगली पीढ़ियों तक भी पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और इससे बड़े अवसर सामने आयेंगे।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमारे सामने चुनौती इन अवसरों का लाभ उठाने और विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने हेतु एक सामूहिक रोडमैप बनाने की है।
केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत अजेय हो जाएगा। शिक्षा से लेकर अर्थव्यवस्था तक के क्षेत्र में सारी सकारात्मकता भारत से निकलेगी। उन्होंने कहा कि एआईएमए जैसे शीर्ष निकाय, भारत की संपूर्ण क्षमता का दोहन करने के क्रम में लोगों को उनके लक्ष्यों के बारे में मार्गदर्शन करने हेतु अपनी भूमिका के साथ-साथ उद्देश्यों और प्रक्रियाओं को फिर से परिभाषित कर सकते हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि संपत्ति का निर्माण करने के क्रम में हमें जिम्मेदार व्यवसाय और सार्वजनिक कल्याण पर भी ध्यान देना चाहिए।
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