भारत ने पेरू को भेजीं 2.5 लाख सेलाइन बोतलें

डिहाइड्रेशन से जूझ रहे मरीजों के इलाज के लिए भारत ने 32 टन मानवीय सहायता के तहत पेरू को फिजियोलॉजिकल सेलाइन उपलब्ध कराई

  • पेरू को 2.5 लाख यूनिट सेलाइन सॉल्यूशन की मानवीय सहायता
  • भारत के राजदूत विश्वास सपकाल ने स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी खेप
  • ग्लोबल साउथ के भरोसेमंद स्वास्थ्य साझेदार के रूप में भारत की भूमिका
  • पहले भी पेरू और अन्य देशों को स्वास्थ्य आपात स्थितियों में मदद

समग्र समाचार सेवा
लीमा, पेरू 14 दिसंबर:पेरू में डिहाइड्रेशन संकट में भारत की सहायता
भारत ने पेरू में डिहाइड्रेशन से प्रभावित मरीजों की मदद के लिए 2.5 लाख से अधिक फिजियोलॉजिकल सेलाइन बोतलें भेजकर मानवीय सहयोग का परिचय दिया है। यह सहायता 32 टन मानवीय खेप का हिस्सा है, जिसे भारत सरकार ने ग्लोबल साउथ के साझेदार देश पेरू के लिए भेजा।

भारतीय राजदूत ने सौंपी सहायता सामग्री
पेरू में भारत के राजदूत विश्वास सपकाल ने यह खेप पेरू के स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतरराष्ट्रीय सहयोग महानिदेशक अल्बर्टो तेजादा कॉनरॉय, सीएनएआरईएस के संयुक्त निदेशक एरिक वास्केज काल्डेरोन और विदेश मंत्रालय के निदेशक एबेल कार्डेनस सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत की इस पहल की सराहना की।

ग्लोबल साउथ के साथ एकजुटता पर जोर
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर कहा कि ग्लोबल साउथ के साझेदारों के रूप में भारत एक-दूसरे का ख्याल रखने की नीति पर काम कर रहा है। यह सहायता पेरू में डिहाइड्रेशन से पीड़ित मरीजों के उपचार में सहायक होगी।

भारत–पेरू के मजबूत द्विपक्षीय संबंध
भारत और पेरू के बीच स्वास्थ्य एवं फार्मा, ऊर्जा, खनन, वस्त्र, कृषि, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, रक्षा, अंतरिक्ष और सांस्कृतिक सहयोग जैसे कई क्षेत्रों में पारंपरिक रूप से मजबूत संबंध रहे हैं। दोनों देश क्षमता निर्माण और जन-संपर्क के क्षेत्र में भी मिलकर कार्य कर रहे हैं।

पहले भी दी जा चुकी है स्वास्थ्य सहायता
वर्ष 2023 में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के मामलों में वृद्धि के दौरान भारत ने पेरू को मानव इम्युनोग्लोबुलिन की 1,000 वायल उपलब्ध कराई थीं। इसके अलावा, हाल ही में तिमोर-लेस्ते को रेबीज वैक्सीन और इम्युनोग्लोबुलिन की खेप भेजकर भारत ने ‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर’ की अपनी भूमिका दोहराई।

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