भारत ने किया पिनाक रॉकेट लॉन्चर का सफल परीक्षण: 44 सेकंड में 12 रॉकेट दागने की क्षमता, रक्षा मंत्री बोले- सेना और मजबूत होगी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 नवम्बर।
भारत ने स्वदेशी तकनीक से निर्मित पिनाक रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का सफल परीक्षण कर अपनी रक्षा क्षमताओं में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा किया गया। इस अत्याधुनिक रॉकेट लॉन्चर की खासियत है कि यह मात्र 44 सेकंड में 12 रॉकेट दाग सकता है, जो दुश्मन के ठिकानों पर सटीक और घातक प्रहार करने में सक्षम है।

पिनाक रॉकेट लॉन्चर की विशेषताएं

पिनाक एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम है, जिसे भारतीय सेना की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है।

  • सटीक निशाना: पिनाक रॉकेट्स 75 किलोमीटर तक की दूरी तक सटीक निशाना साध सकते हैं।
  • तेज प्रहार क्षमता: एक बार में 12 रॉकेट दागने की क्षमता, जो 44 सेकंड में दुश्मन के बड़े इलाके को ध्वस्त कर सकता है।
  • मोबाइल प्लेटफॉर्म: इसे एक मोबाइल लॉन्च प्लेटफॉर्म पर तैनात किया जा सकता है, जिससे यह मुश्किल इलाकों में भी तेजी से काम कर सकता है।
  • स्वदेशी निर्माण: पिनाक को DRDO और भारतीय कंपनियों के सहयोग से विकसित किया गया है, जिससे यह ‘मेक इन इंडिया’ पहल का प्रमुख उदाहरण है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान

पिनाक रॉकेट लॉन्चर के सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को बधाई दी। उन्होंने कहा,

“पिनाक का यह सफल परीक्षण हमारी सेना को और भी मजबूत बनाएगा। यह हमारी स्वदेशी तकनीक की उत्कृष्टता का प्रतीक है। पिनाक भारतीय रक्षा प्रणाली को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”

भारतीय सेना की ताकत में इजाफा

पिनाक रॉकेट सिस्टम ने भारतीय सेना को दुश्मन के खिलाफ तेज और प्रभावी प्रहार करने की क्षमता दी है।

  1. स्ट्राइक क्षमता: इसका उपयोग दुश्मन की सैन्य चौकियों, गोदामों और ठिकानों को नष्ट करने के लिए किया जाएगा।
  2. सामरिक बढ़त: पिनाक की तैनाती से भारत को सीमावर्ती इलाकों में सामरिक बढ़त मिलेगी।
  3. स्वदेशी हथियारों का उपयोग: यह भारत की आत्मनिर्भरता और विदेशी हथियारों पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

भविष्य की योजनाएं

सरकार और रक्षा अनुसंधान संगठन ने पिनाक के और उन्नत संस्करण विकसित करने की योजना बनाई है।

  • लंबी दूरी की क्षमता: भविष्य में इसकी मारक क्षमता को 100 किलोमीटर तक बढ़ाने की दिशा में काम हो रहा है।
  • निर्यात का अवसर: पिनाक को अन्य देशों को निर्यात करने की भी संभावना है, जिससे भारतीय रक्षा उद्योग को वैश्विक पहचान मिलेगी।

निष्कर्ष

पिनाक रॉकेट लॉन्चर का सफल परीक्षण भारतीय रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और स्वदेशी तकनीक के महत्व को दर्शाता है। इसकी ताकत से भारतीय सेना सीमावर्ती क्षेत्रों में और अधिक प्रभावी हो जाएगी। यह न केवल भारत की सुरक्षा को सुदृढ़ करेगा, बल्कि भविष्य में देश को रक्षा उत्पादन में वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान भी दिलाएगा।

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