भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता 2025: 99% निर्यात पर खत्म होंगे टैक्स

समग्र समाचार सेवा
लंदन, 24 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा ऐतिहासिक आर्थिक समझौते की साक्षी बनी। 24 जुलाई को भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर हुए, जिसके तहत अब भारत से ब्रिटेन को होने वाले 99 फीसदी निर्यात पर शुल्क समाप्त हो जाएगा। यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों को नई ऊंचाई देगा।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने पीएम मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की मौजूदगी में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता भारत-ब्रिटेन व्यापार को 5 वर्षों में 120 अरब डॉलर तक पहुंचाने की उम्मीद जगा रहा है।

भारतीय निर्यातकों को मिलेगा बड़ा फायदा

एफटीए के बाद भारत में कपड़ा, चमड़ा, ऑटो पार्ट्स, रत्न और आभूषण, इंजीनियरिंग और खेल के सामान जैसे प्रमुख क्षेत्रों को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। अब ब्रिटिश बाजार में इन उत्पादों की पहुंच आसान हो जाएगी क्योंकि लगभग पूरा व्यापार टैक्स-फ्री हो जाएगा।

यह केवल एक व्यापारिक कदम नहीं बल्कि मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल को वैश्विक विस्तार देने की दिशा में निर्णायक बदलाव है

ब्रिटेन को भी मिलेगा बाजार विस्तार

ब्रिटेन की ओर से भारत को किए जाने वाले 90% निर्यात पर भी शून्य टैरिफ की सुविधा दी जाएगी। हालांकि शुरुआत में केवल 64% निर्यात पर यह छूट लागू होगी, लेकिन आने वाले वर्षों में इसे चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा।

ब्रिटिश खाद्य और पेय पदार्थों पर यह छूट तुरंत प्रभावी होगी, जिससे स्कॉच व्हिस्की जैसी प्रीमियम प्रोडक्ट्स की कीमत भारतीय बाजार में घट जाएगी। अभी जिस स्कॉच पर 150% टैक्स लगता है, वह अब घटकर 75% और बाद में 40% तक आ जाएगा

सेवाओं और पेशेवरों के लिए भी रास्ता साफ

इस एफटीए में केवल वस्तुओं का ही नहीं, आईटी, वित्तीय, आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग जैसी सेवाओं का भी समावेश है। इसके तहत भारतीय पेशेवरों को यूके में अस्थायी रूप से काम करने की सुविधा और सामाजिक सुरक्षा अंशदान से तीन साल की छूट मिलेगी।

इसका सीधा लाभ उन कंपनियों और पेशेवरों को मिलेगा जो यूके में अस्थायी प्रोजेक्ट्स के तहत कार्यरत हैं, जिससे लागत में कमी आएगी और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।

 

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