भारत-अमेरिका आर्थिक सम्बंधों का आधार निरंतरता, उभरती प्रौद्योगिकियां, वैश्विक रूप से सकारात्मक आपूर्ति श्रृंखला और छोटे व्यापारः श्री पीयूष गोयल

‘इंडिया-यूएस सीईओ फोरम’ का वर्चुअल माध्यम से आयोजन; फोरम की अध्यक्षता पीयूष गोयल और अमेरिका की वाणिज्य मंत्री सुश्री जिना रायमॉन्डो ने संयुक्त रूप से की

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10नवंबर।केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल और अमेरिका की वाणिज्य मंत्री सुश्री जिना रायमॉन्डो ने आज वर्चुअल माध्यम से आयोजित ‘इंडिया-यूएस सीईओ फोरम’ की संयुक्त अध्यक्षता की।

भारत और अमेरिका द्वारा दिसंबर 2014 में अपने पुर्नगठन के बाद से फोरम का आयोजन छठवीं बा र किया गया है। फोरम सेक्टर सम्बंधी प्रमुख विषयों पर संवाद तथा दोनों अर्थव्यवस्थाओं के परस्पर लाभ के सम्बंध में नजदीकी सहयोग के क्षेत्रों की पहचान के लिये फोरम कारगर मंच के रूप में निरंतर कार्य कर रहा है। बैठक में अमेरिका में भारत के राजदूत श्री तरनजित संधू सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।

सीईओ फोरम में भारत और अमेरिका स्थित अग्रणी कंपनियों के सीईओ शामिल हैं। इसके सह-अध्यक्ष टाटा संस के अध्यक्ष श्री एन. चंद्रशेखरन और लॉकहीड मार्टिन के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री जेम्स टायक्लेट हैं।

श्री गोयल ने कहा कि भारत-अमेरिका आर्थिक सम्बंधों का आधार निरंतरता, उभरती प्रौद्योगिकियां, वैश्विक रूप से सकारात्मक आपूर्ति श्रृंखला और छोटे व्यापार हैं। उन्होंने इस गति को बनाये रखने के लिये ऐसे संवादों को उपयोग करने के महत्त्व को भी दोहराया। अमेरिका की वाणिज्य मंत्री सुश्री रायमॉन्डो ने श्री पीयूष गोयल, सह-अध्यक्षों और सीईओ फोरम के सदस्यों को उनकी सहभागिता तथा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को और बढ़ाने वाले साझा महत्त्व के क्षेत्रों की पहचान करने के लिये धन्यवाद दिया।

दोनों पक्षों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने दोनों देशों की सरकारों की सराहना की कि उन्होंने परिवर्तनशील सुधार क्रियान्वित किये तथा द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने की पहल की। सात कार्य-समूहों के अंतर्गत मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने मजबूत साझेदारी और विभिन्न महत्त्वपूर्ण सेक्टरों में प्रगति को बढ़ावा देने के लिये प्राथमिक क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी। इन सेक्टरों में उद्यमिता, छोटे व्यापारों को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य-सुविधा और औषधि, एयरोस्पेस व रक्षा, आईसीटी व डिजिटल अवसंरचना, ऊर्जा, जल व पर्यावण, अवंसरचना व निर्माण, वित्तीय सेवायें, कारोबार व निवेश आदि शामिल हैं।

यह संवाद एक प्रारूप के तौर पर काम करेगा, जिसके तहत अगले वर्ष की शुरूआत में होने वाले ‘इंडिया-यूएस सीईओ फोरम’ के छठवें संस्करण के दौरान कतिपय सिफारिशों को आकार दिया जायेगा।

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