समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,28 फरवरी। विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष बोर्गे ब्रेंडे ने भविष्यवाणी की है कि भारत निकट भविष्य में 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल कर लेगा। उन्होंने इस अनुमान को भारत के महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार ठहराया और सुझाव दिया कि यह केवल समय की बात है जब देश संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
ब्रेंडे ने इस बात पर जोर दिया कि भारत एक खंडित और ध्रुवीकृत वैश्विक परिदृश्य के बीच आशावाद की एक अनूठी भावना प्रदर्शित करता है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत ने दुनिया भर में काफी रुचि पैदा की है, जो विशेष रूप से हाल के दावोस शिखर सम्मेलन के दौरान स्पष्ट हुई। भारत में बढ़ते प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और बढ़ती घरेलू विनिर्माण गतिविधि को देखते हुए ब्रेंडे को उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी, जिससे यह दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन की तुलना में अनुकूल स्थिति में होगा।
इसके अतिरिक्त, ब्रेंडे ने वैश्विक राजनयिक मंच पर भारत की बढ़ती उपस्थिति का अनुमान लगाया क्योंकि देश आर्थिक विकास, गरीबी उन्मूलन और समृद्धि को प्राथमिकता देता है। यूक्रेन और मध्य पूर्व जैसे भू-राजनीतिक तनावों के बावजूद, ब्रेंडे ने चुनौतीपूर्ण क्षेत्रीय संदर्भ में आवेगपूर्ण प्रतिक्रियाओं से बचते हुए, संयमित रुख बनाए रखने के लिए भारत की सराहना की।
ब्रेंडे ने भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की भी सराहना की, जिसमें 1.4 अरब लोगों के लिए डिजिटल पहचान और मजबूत भुगतान प्रणालियों के साथ बैंक खातों को जोड़ने जैसी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया। हालाँकि, उन्होंने उभरते तकनीकी जोखिमों के प्रति आगाह किया, विशेष रूप से जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित, जो डीपफेक और साइबर हमले जैसे खतरे पैदा करता है। गौरतलब है कि पिछले साल साइबर हमलों के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को कथित तौर पर 2 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ था। ब्रेंडे ने इन चुनौतियों से निपटने में सतर्कता की सलाह दी।
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