समग्र समाचार सेवा
हरिद्वार, 14 अप्रैल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के चीफ मोहन भागवत ने 15 साल में भारत के अखंड भारत की कल्पना की है। उन्होंने हरिद्वार में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है। 15 साल में भारत फिर से अखंड भारत बन जाएगा, जिसे हम अपनी आंखों से देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि तमाम संतों और ज्योतिषियों ने कहा है कि 20-25 साल में देश फिर से अखंड भारत बन जाएगा। लेकिन भारत जनता थोड़ा प्रयास करती है तो यह लक्ष्य 10-15 साल में हासिल हो जाएगा।
भारत उठेगा तो धर्म के माध्यम से ही उठेगा
भागवत ने कहा कि जो लोग सनातन धर्म का विरोध करते हैं, उनका भी उसमें सहयोग है। अगर वह विरोध नहीं करते तो हिंदू जागता ही नहीं, क्योंकि वह तो सोता रहता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत उठेगा तो धर्म के माध्यम से ही उठेगा। धर्म का प्रयोजन ही भारत का प्रयोजन है। धर्म के उत्थान से ही भारत का उत्थान होगा।
रास्ते में जो आएगा मिट जाएगा
दरअसल, मोहन भागवत कनखल के सन्यास रोड स्थित श्रीकृष्ण निवास एवं पूर्णानंद आश्रम में गए थए। जहां पर ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर श्री 1008 स्वामी दिव्यानंद गिरी महाराज की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा और श्री गुरुत्रय मंदिर का लोकार्पण किया गया। मोहन भागवत ने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है। उन्होंने कहा कि भारत उन्नति कर रहा है। इसके रास्ते में जो कोई भी आएगा, वह मिट जाएगा। हम अहिंसा की ही बात करेंगे। पर यह बात हाथों में डंडा लेकर कही जाएगी। हमारे मन में कोई द्वेष, शत्रुता भाव नहीं है।
15 साल का वादा मत करिएः संजय राउत
इधर, शिवसेना के नेता संजय राउत ने मोहन भगवात के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राउत ने कहा है कि 15 साल का वादा मत कीजिए। इसे 15 दिन में कर दीजिए और अखंड हिंदुस्तान बनाइए। अखंड हिंदुस्तान का सपना कौन नहीं देखता है, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे का ये सपना था। उन्होंने कहा, आप अगर अखंड भारत बनाने की बात करते हैं, तो सबसे पहले आप वीर सावरकर को भारत रत्न दीजिए। राउत ने कहा, पाकिस्तान के अलावा पहले जहां भी भारत की सीमाएं हुआ करती थी उसे भी जोड़िए।
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