कृषि क्षेत्र में भूटान को हर संभव मदद करता रहेगा भारत – नरेंद्र सिंह तोमर
केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर व भूटान के मंत्री शर्मा के बीच हुई बैठक में अनेक मुद्दों पर चर्चा
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21जुलाई। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व भूटान के आर्थिक मामलों के मंत्री श्री लोकनाथ शर्मा के बीच आज नई दिल्ली में बैठक में अनेक मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र में भूटान को भारत ने काफी सहयोग किया है और आगे भी हरसंभव मदद करता रहेगा।
तोमर ने भूटान के मंत्री श्री शर्मा सहित प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मैत्रीपूर्ण संबंधों पर प्रसन्नता जताई, साथ ही कहा कि नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद विदेशों में सबसे पहले भूटान की ही यात्रा की, जिससे यह बात और भी मजबूती से प्रकट होती है।
आज कृषि भवन नई दिल्ली में भूटान के आर्थिक मामलों के मंत्री श्री लोकनाथ शर्मा जी से मुलाकात की…@BhutanMoea pic.twitter.com/F0sPG0PDHS
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) July 20, 2022
तोमर ने कहा कि इस मैत्री को बढ़ाने के लिए भारत उदारतापूर्वक सहयोग करता रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक साझेदारी भी बढ़ी है तथा भारत इस बात का पक्षधर है कि इसे और प्रगाढ़ होना चाहिए। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय तथा अन्य मंत्रालय भूटान के प्रति सहानुभूतिपूर्वक विचार कर निर्णय लेते रहे हैं। हम भूटान से विभिन्न कृषि उत्पादों के लिए भारतीय बाजार खोलने पर भी काम कर रहे हैं। भूटान के अनुरोध पर उसे भारत में अदरक निर्यात एवं एक और वर्ष के लिए आलू निर्यात की अनुमति प्रदान की गई है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि दोनों देश कृषि क्षेत्र में साथ काम करते रहेंगे एवं आंतरिक व बाहरी विषयों को ध्यान में रखते हुए, हम भूटान के अनुरोध पर जब भी जरूरत हो, सकारात्मक दृष्टिकोण रखेंगे।
भूटान के मंत्री शर्मा ने भूटान को चीनी की आपूर्ति सहित विभिन्न मामलों में सहयोग करने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। श्री शर्मा ने कहा कि कृषि के मुद्दे हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं वे दोनों देशों के बीच दोस्ती बढ़ाने के लिए भारत आए हैं। उन्होंने अदरक व आलू निर्यात के संबंध में भूटान के अनुरोध पर भारत द्वारा समर्थन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। श्री शर्मा ने अनुरोध किया कि भारत को सुपारी निर्यात के संबंध में हमारे अनुरोध पर जल्द से जल्द विचार किया जाएं व फल-सब्जियों के संबंध में व्यापार एक- दूसरे के लिए वर्तमान रूप में जारी रखा जाएं तथा मुक्त व्यापार के जरिये एक-दूसरे को सहयोग बढ़ाया जाएं।
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