भारतीय मूल के अमेरिकी प्रवासियों ने हमास द्वारा मध्य इजराइल पर रॉकेट हमले की निंदा की

समग्र समाचार सेवा
शिकागो , 17 मई। मध्य इजराइल में अस्पताल पर जघन्य आतंकवादी रॉकेट लॉन्च हमले की निंदा करते हुए भारतीय अमेरिकी प्रवासी इजराइल के समर्थन में सामने आए हैं। शिकागो यूएसए में आयोजित एक विरोध कार्यक्रम में भारतीय अमेरिकी वंदना झिंगन ने कहा कि वह यहां भारत के सच्चे दोस्त इजरायल का समर्थन करने के लिए हैं।

उन्होंने इज़राइल में हमास के आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि हमास द्वारा रॉकेट लॉन्च हमले के कारण मरने वाले लोगों के लिए उनका दिल रोता है। झिंगन ने कहा कि हमास के हमले में मारे गए अश्कलन इज़राइल से 52 साल की नीला के लिए उसका दिल दुखता है। पवित्र महीने में हो रहा यह हमला कतई ब्दास्त नही करेंगे।

जैसा कि हमारे यहां बस स्टॉप हैं, इजरायल में उनके पास हमास के आतंकवादी हमले से खुद को बचाने के लिए बम शेल्टर हैं। हम भारत में हर तरह की धार्मिक पृष्ठभूमि के लोग शांति से रहते हैं। मैं यहां यही कहना चाहती हू कि बस अब और नहीं.. बहुत हो गया। अब समय आ गया है कि दुनिया को यह महसूस करना चाहिए कि हमें शांति से रहना चाहिए और दूसरों को शांति से रहने देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब दुनिया एक छोटा सा गांव है और सभी को शांति से रहना सीख लेना चाहिए।

उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि अगर इजराइल में इस तरह के आतंकवादी हमले हो सकते हैं, तो वे यूएसए में भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमास के रॉकेट लॉन्च हमलों से 52 साल और पांच साल के बच्चों जैसे लोगों की मौत हो रही है और इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। उन्होंने दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना की और कामना की है कि जल्द ही शांति हो और हमास द्वारा किए गए ये जघन्य आतंकवादी हमले रुकें।
डॉ विजय प्रभाकर एक भारतीय-अमेरिकी ईसाई, जो बहु-जातीय चिकित्सकों के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं ने यहूदी समुदाय के साथ अपना दुख शेयर करते हुए कहा कि नफरत और आतंकवाद की ऐसी घटनाएं स्वीकार्य नहीं हैं और दुनिया भर में इसकी निंदा की जानी चाहिए। प्रभाकर ने कहा, “मैं उन निर्दोष लोगों और नवजात घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं जो गांजा से मध्य इज़राइल में रॉकेट हमलों के कारण घायल हुए थे।

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