भारतीय अर्थव्यवस्था ने $4 ट्रिलियन का आंकड़ा पार किया!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 मार्च।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने एक नया ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) $4.3 ट्रिलियन तक पहुंच गई है। यह देश के आर्थिक विकास की असाधारण गति को दर्शाता है। पिछले दस वर्षों में भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को लगभग दोगुना कर लिया है—2015 में $2.1 ट्रिलियन से 2025 में $4.3 ट्रिलियन तक का सफर भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और उसकी विकास यात्रा का प्रमाण है।

IMF की रिपोर्ट बताती है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। कोविड-19 महामारी और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत ने आर्थिक स्थिरता बनाए रखते हुए जबरदस्त विकास दर्ज किया।

वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपलब्धि सरकार की प्रभावी आर्थिक नीतियों, बुनियादी ढांचे में निवेश, डिजिटलीकरण और उत्पादन क्षेत्र में सुधारों का परिणाम है।

पिछले दशक में भारत ने कई संरचनात्मक सुधार किए, जिनमें जीएसटी (GST), मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान जैसी पहलें शामिल हैं। इन सुधारों ने व्यापारिक माहौल को आसान बनाया और निवेशकों को आकर्षित किया।

भारत ने डिजिटल ट्रांजैक्शन और स्टार्टअप इकोसिस्टम में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है। यूपीआई (UPI) के माध्यम से डिजिटल भुगतान क्रांति ने छोटे और मध्यम व्यापारियों को सशक्त बनाया है।

टेस्ला, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च सेंटर स्थापित किए हैं। इससे न केवल रोजगार बढ़ा, बल्कि देश के निर्यात में भी इजाफा हुआ।

सरकार ने सड़क, रेलवे, एयरपोर्ट और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में भारी निवेश किया है, जिससे लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर को मजबूती मिली है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का अगला लक्ष्य $5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनना है। सरकार और उद्योग जगत दोनों इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं। IMF और विश्व बैंक के अनुमानों के अनुसार, यदि भारत की यह विकास दर बनी रही तो अगले 3-4 वर्षों में भारत $5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बन सकता है।

भारत का $4.3 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था तक पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि है। यह केवल आर्थिक विकास का आंकड़ा नहीं, बल्कि देश की बढ़ती ताकत, आत्मनिर्भरता और वैश्विक स्तर पर भारत की मजबूत स्थिति का प्रतीक है। आने वाले वर्षों में, भारत और भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।

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