मॉरीशस पहुंची भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राष्ट्रपति रूपुन और प्रधान मंत्री जुगनुथ से की मुलाकात  

मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगनाथ द्वारा आयोजित रात्रि भोज का लिया आनन्द

समग्र समाचार सेवा

पोर्ट लुइस, 12 मार्च। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी पहली राजकीय यात्रा पर 11 मार्च को मॉरीशस पहुँचीं।  जहां मॉरीशस के प्रधान मंत्री प्रविंद कुमार जुगनुथ ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों और वरिष्ठ मॉरीशस के अधिकारियों ने पूरे राजकीय सम्मान के साथ राष्ट्रपति का सर शिवसागर रामगुलाम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत किया।

अपनी पहली बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्टेट हाउस, ले रेडुइट में मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराजसिंह रूपन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने अद्वितीय और बहुआयामी भारत-मॉरीशस संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। राष्ट्रपति मुर्मू ने आयुर्वेदिक उद्यान का भी दौरा किया जो पिछले साल स्टेट हाउस के मैदान में स्थापित किया गया था।

इसके बाद राष्ट्रपति ने सर सिवसागर रामगुलाम बॉटनिकल गार्डन, पाम्पलेमुसस का दौरा किया और सर सिवसागर रामगुलाम और सर अनिरुद्ध जुगनथ की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।

 

शाम को प्रधान मंत्री प्रविंद कुमार जुगनुथ ने राष्ट्रपति का स्वागत किया और उनके सम्मान में भोज का आयोजन किया।

 

इस दौरान राष्ट्रपति ने मॉरीशस के 56वें राष्ट्रीय दिवस समारोह  में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में 56 वर्षों की छोटी सी अवधि में, मॉरीशस अग्रणी लोकतंत्रों में से एक, बहुलवाद का प्रतीक, एक समृद्ध देश, एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र, एक संपन्न पर्यटन स्थल के रूप में उभरा है। और सबसे महत्वपूर्ण बात – दुनिया के सबसे सुरक्षित और शांतिपूर्ण देशों में से एक। उन्होंने दूरदर्शी मॉरीशस राष्ट्र-निर्माताओं की सराहना की जिन्होंने अर्थव्यवस्था को “मॉरीशस चमत्कार” बना दिया जो न केवल अफ्रीका बल्कि पूरे विश्व को प्रेरित करता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीयों को मॉरीशस में अपने भाइयों और बहनों की सफलता पर गर्व है। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में तीव्र गति से प्रगति इसलिए संभव हो पाई है क्योंकि हमारी दोनों सरकारें एक-दूसरे को प्राथमिकता देती हैं और इस रिश्ते में निवेश करती हैं।

 

उन्होंने मॉरीशस के लिए एक नए विशेष प्रावधान की भी घोषणा की जिसके तहत भारतीय मूल की 7वीं पीढ़ी के मॉरीशसवासी अब भारत की विदेशी नागरिकता के लिए पात्र होंगे – जिससे कई युवा मॉरीशसवासी अपने पूर्वजों की भूमि के साथ फिर से जुड़ने में सक्षम होंगे।

 

राष्ट्रपति ने कहा कि जैसे-जैसे भारत एक विकसित देश बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा, हम मॉरीशस जैसे करीबी साझेदारों को भी अपने साथ लेते रहेंगे। भारत “वसुधैव कुटुंबकम” और “सर्वजन सुखिना भवन्तु” के अपने मूल मूल्यों का पालन करते हुए वैश्विक शांति और समृद्धि का स्रोत बना रहेगा।

 

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे दो प्रधानमंत्रियों ने, भारत और मॉरीशस में UPI और RuPay Card प्रणाली शुरू की; और उन्होंने अगालेगा में 6 community development projects, एक नई air strip और एक jetty का भी उद्घाटन किया। मॉरीशस को कम दाम के, उच्च गुणवत्ता वाली भारतीय generic medicines की आपूर्ति के लिए एक नई स्कीम की घोषणा भी की गई। आने वाले दिनों में, हम कई नई पहलों पर विचार कर रहे हैं, जैसे मॉरीशस के लिए संयुक्त रूप से विकसित satellite launch करना, और 200 climate-friendly electric buses की आपूर्ति। इस के अलावा, Rupee Vostro Account सुविधा हमारी अपनी मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार को आगे बढ़ाएगा।

 

हमारे संबंधों में इतनी तेज गति से प्रगति इसलिए संभव है, क्योंकि हमारी दोनों सरकारें एक-दूसरे को प्राथमिकता देती हैं, और इस रिश्ते में invest करते हैं। मैं प्रधान मंत्री प्रविंद जगनाथ जी के दृढ़ नेतृत्व, और इस विशेष साझेदारी को गहरा करने के लिए उनकी सरकार द्वारा दिखाई गई प्रतिबद्धता की सराहना करती हूं।

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