भारतीय रेलवे: स्मार्ट टिकटिंग और बेहतर यात्री अनुभव की ओर एक बड़ा कदम
अब ट्रेन प्रस्थान से 8 घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का निर्णय लिया है। 1 जुलाई 2025 से, आईआरसीटीसी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर तत्काल टिकट बुकिंग केवल सत्यापित उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगी।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1 जुलाई: भारतीय रेलवे लगातार यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा हाल ही में की गई समीक्षा के बाद, रेलवे ने अपनी टिकट प्रणाली को स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल बनाने पर जोर दिया है। इसका लक्ष्य यात्रियों के लिए एक सहज और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करना है।
टिकट बुकिंग होगी सुपरफास्ट!
दिसंबर 2025 तक एक आधुनिक यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) तैयार हो जाएगी। सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम्स (CRIS) द्वारा विकसित यह नई प्रणाली वर्तमान भार से दस गुना अधिक क्षमता संभालने में सक्षम होगी। इसका मतलब है कि अब आप प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुक कर पाएंगे, जो वर्तमान क्षमता का लगभग पांच गुना है। यह उन लाखों यात्रियों के लिए बड़ी राहत होगी जो अक्सर टिकट बुकिंग के दौरान धीमी गति से जूझते हैं।
पूछताछ भी होगी त्वरित
नई पीआरएस प्रणाली में टिकट पूछताछ की क्षमता भी दस गुना बढ़ जाएगी। अब एक मिनट में 4 लाख की जगह 40 लाख तक पूछताछ संभव हो पाएगी। यह यात्रियों को ट्रेनों की स्थिति, उपलब्धता और अन्य जानकारी तुरंत प्राप्त करने में मदद करेगा, जिससे उनकी यात्रा की योजना बनाना और भी आसान हो जाएगा।
बहुभाषी इंटरफ़ेस और अतिरिक्त सुविधाएं
यह नई प्रणाली न केवल तेज होगी बल्कि बहुभाषी और उपयोगकर्ता के अनुकूल भी होगी। यात्री अपनी पसंदीदा सीट का चयन कर पाएंगे और किराया कैलेंडर भी देख सकेंगे। इसके अतिरिक्त, दिव्यांगजनों, छात्रों और रोगियों जैसे विशेष श्रेणी के यात्रियों के लिए एकीकृत सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, जिससे सभी के लिए यात्रा सुलभ हो सके।
प्रतीक्षा सूची की अनिश्चितता होगी कम
यात्रियों को अक्सर प्रतीक्षा सूची वाले टिकटों को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को हल करने के लिए, भारतीय रेलवे ने अब ट्रेन प्रस्थान से 8 घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का निर्णय लिया है। उन ट्रेनों के लिए जो दोपहर 2 बजे से पहले रवाना होती हैं, चार्ट पिछले दिन रात 9 बजे तक तैयार कर लिया जाएगा। यह कदम यात्रियों को अपनी प्रतीक्षा सूची की स्थिति के बारे में पहले से जानकारी देगा, जिससे वे वैकल्पिक व्यवस्था कर सकेंगे और लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को विशेष लाभ होगा।
तत्काल बुकिंग में अब और अधिक पारदर्शिता
1 जुलाई 2025 से, आईआरसीटीसी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर तत्काल टिकट बुकिंग केवल सत्यापित उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगी। जुलाई के अंत तक, तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी-आधारित प्रमाणीकरण लागू किया जाएगा, जिसमें आधार या डिजिलॉकर में उपलब्ध किसी अन्य सत्यापन योग्य सरकारी पहचान पत्र का उपयोग किया जाएगा। ये कदम तत्काल टिकट बुकिंग में सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाएंगे, जिससे दलालों और अनधिकृत गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
भारतीय रेलवे का यात्री-केंद्रित दृष्टिकोण
ये सभी पहल भारतीय रेलवे की अपनी प्रणालियों को आधुनिक बनाने और उन्हें अधिक नागरिक-अनुकूल बनाने के निरंतर प्रयासों को दर्शाती हैं। यात्री अनुभव को बेहतर बनाने और यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
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