समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,12 सितम्बर। अगस्त, 2022 के अंत में भारतीय रेलवे का कुल राजस्व 95,486.58 करोड़ रुपये था, जो रुपये की वृद्धि दर्शाता है। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 26271.29 करोड़ (38%)।
यात्री यातायात से राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 13,574.44 करोड़ रुपये (116%) की वृद्धि के साथ 25,276.54 करोड़ रुपये था।
आरक्षित और अनारक्षित दोनों खंडों में पिछले वर्ष की तुलना में यात्री यातायात में भी वृद्धि हुई है।
लंबी दूरी की आरक्षित मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की वृद्धि यात्री और उपनगरीय ट्रेनों की तुलना में तेज रही है।
अन्य कोचिंग राजस्व रुपये था। 2437.42 करोड़, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 811.82 करोड़ रुपये (50%) की वृद्धि दर्शाता है। इस वृद्धि को भारतीय रेलवे के पार्सल खंड में मजबूत वृद्धि द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस वर्ष अगस्त तक माल राजस्व 65,505.02 करोड़ रुपये था और पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10,780.03 करोड़ रुपये (20%) की वृद्धि हुई है।
यह इस अवधि के दौरान 58 एमटी से अधिक की वृद्धिशील लोडिंग और एनटीकेएम में 18% की वृद्धि के माध्यम से प्राप्त किया गया है। इस वृद्धि में कोयला परिवहन के अलावा खाद्यान्न, उर्वरक, सीमेंट, खनिज तेल, कंटेनर यातायात और शेष अन्य सामान खंडों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
विविध राजस्व 2267.60 करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1105 करोड़ रुपये (95%) की वृद्धि दर्शाता है।
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