प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार ‘नए भारत’ के निर्माण में योगदान करने के लिए भारत के युवाओं के पास आज सौभाग्य और अवसर है: डॉ. जितेंद्र सिंह

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कठुआ में नेहरू युवा केंद्र द्वारा आयोजित भारत की जी20 अध्यक्षता पर युवा सम्मेलन में भाग लिया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31मार्च। केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान; प्रधानमंत्री कारालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारत के आज के युवा भारत को परिभाषित करेंगे जब देश इंडिया @ 2047 में अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष मनाएगा क्योंकि उनके पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार ‘न्यू इंडिया’ के निर्माण में योगदान करने का सौभाग्य और अवसर है।

डॉ. जितेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर के कठुआ में नेहरू युवा केंद्र द्वारा आयोजित एक युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का विषय था ‘भारत की जी-20 अध्यक्षता में युवाओं की भूमिका’। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस देश के युवाओं को स्वयं को भाग्यशाली समझना चाहिए कि वे एक ऐसे युग में जी रहे हैं जब भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार देश के युवा, जी-20 समूह के अध्यक्ष रहते हुए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और विरासत को प्रदर्शित करने और वैश्विक समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया भारत के दरवाजे पर दस्तक दे रही है क्योंकि भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी परिस्थितियों में दुनिया का नेतृत्व करने की प्रतिभा और क्षमता है और भारत को अब ‘विश्व का नेता’ माना जाता है।

यह कहते हुए कि यह सरकार इस देश के युवाओं के लिए समर्पित है, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि युवाओं के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राजपत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापन की प्रक्रिया को समाप्त करना, साक्षात्कार के लिए गैर-राजपत्रित पद आदि जैसे क्रांतिकारी फैसले लिए गए, क्योंकि यह सरकार भारत के युवाओं पर दृढ़ विश्वास करती है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया’ वास्तव में युवाओं को समर्पित है और यह उनके प्रयासों के कारण ही वर्ष 2014 में केवल 350 स्टार्ट-अप्स की जगह अब इनकी संख्या 100 से अधिक यूनिकॉर्न के साथ 90,000 को पार कर गई है। केंद्रीय मंत्री महोदय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में शुरू किए गए अरोमा मिशन के अंतर्गत कई स्टार्ट-अप ने कई युवाओं जिन्होंने नौकरी छोड़ दी, उन के भविष्य को संवारा है, और अब वे युवा आकर्षक लैवेंडर स्टार्ट अप्स की शुरुआत कर के लाखों रुपये कमा रहे हैं।

मंत्री महोदय ने कहा कि यह इस देश के युवाओं के लिए सबसे गर्व का क्षण है कि भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जी-20 की अध्यक्षता संभाली है, साथ ही इस देश के युवाओं पर भारत को ‘विश्व गुरु’ बनाने की इस विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस देश के युवाओं के कौशल विकास के लिए सैकड़ों अवसर पैदा किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि युवा इन अवसरों का लाभ उठाएं और ‘विश्व गुरु’ बनने की दिशा में भारत की यात्रा के सक्रिय भागीदार बनें।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को 20वीं शताब्दी के भारत के सबसे ऊंचे लेकिन ख्याति प्राप्त न कर सके युवा आदार्श के रूप में प्रशंसा करते हुए याद किया कि 34 साल के युवा के रूप में मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। उन्होंने कहा कि कठुआ को युवा सम्मेलन के लिए आज इसलिए चुना गया क्योंकि श्यामा प्रसाद मुखर्जी सर्वश्रेष्ठ युवा आदर्श थे जिन्होंने राष्ट्रीय एकता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी इस देश के युवाओं पर है।

आज युवा सम्मेलन के दौरान उपस्थित अन्य लोगों में कठुआ के उपायुक्त, राहुल पांडे, डीडीसी के उपाध्यक्ष कठुआ, रघुनंदन सिंह बबलू, उप निदेशक, नेहरू युवा कल्याण केंद्र कठुआ, सोमदत जरद के अलावा कठुआ के विभिन्न संस्थानों के विद्यार्थी और जिला कठुआ के विभिन्न क्षेत्रों के युवा शामिल थे।

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