त्रिपुरा के आठों ज़िलों में इंडोर स्टेडियम बनेंगे. सभी स्टेडियमों में 15 -20 गेम्स खेलने की सुविधा होगी: केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री
G20 भारत के गौरवशाली इतिहास, कला-संस्कृति व साहित्य को दुनिया के सामने रखेगा. Y20 / युथ 20 के जरिये अपने युवाओं की बात सितम्बर में दुनिया के 20 सबसे शक्तिशाली राष्ट्राध्यक्षों के समक्ष रखेंगे: अनुराग ठाकुर
समग्र समाचार सेवा
अगरतला, 17 जनवरी।केंद्रीय सुचना एवं प्रसारण व युवा एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर आज त्रिपुरा के अगरतला में आयोजित “युवा संवाद, भारत @2047 कार्यक्रम” में सम्मिलित हुए. इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित युवाओं से सीधा संवाद स्थापित किया. अपने सम्बोधन की शुरुवात भारत माता की जय व वन्दे मातरम के जोशीले उद्घोषों के साथ करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “नवयुग का नवसृजन, युवाओं तुम्हारे हाथ में है. उठो जागो आगे बढ़ो, ये जहाँ तुम्हारे साथ में है.” उन्होंने कहा, “जब राष्ट्रनिर्माण की बात आती है तब देश और दुनिया में सभी का ध्यान युवाओं की ओर हीं जाता है. युवा माने तेज, युवा माने सपना, युवा माने नयी ऊर्जा, युवा माने नयी सोच, युवा माने नए लक्ष्य, युवा माने भविष्य, युवा माने उम्मीद की किरण, युवा माने सूर्य. सूर्य खुद जलकर सभी को प्रकाशमय करते हैं. हमारा युवा भी तप कर देश के निर्माण हेतु आगे बढ़ रहा है.”
G20 के अंतर्गत आयोजित युथ-20 के बारे में जानकारी देते हुए खेल एवं युवा मामलों के मंत्री ने कहा, “भारत को 21 वीं शताब्दी में विश्वगुरु बनाने के स्वामी विवेकानंद जी के सपने को हमारे युवा हीं पूरा कर सकते हैं. आज भारत को शिखर पर पहुंचाने के एक नरेंद्र के सपने को दूसरा नरेंद्र पूरा कर रहा है. मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरु बनने की राह पर अग्रसर है. G20 की अध्यक्षता इसी बात का द्योतक है. G20 एक ऐसा मंच है जिससे भारत अपने गौरवशाली इतिहास, कला-संस्कृति व साहित्य से दुनिया को अवगत करा सकता है. इसका एक बड़ा दारोमदार हमारे युवाओं के कंधे पर है. G20 के अंतर्गत Y20 यानी युथ 20 इंगेजमेंट ग्रुप भी पूरे देश में सभाएं आयोजित करेगा. हम Y20 talks को सभी विश्वविद्यालयों, विद्यालयों, NYKS , NSS , स्काउट्स & गाइड्स तक ले के जाएंगे. हमारे युवाओं की बात दुनिया के सभी नेता सितम्बर में सुनेंगे. हमारा युवा कैसे देश और विश्व को आगे बढ़ाएगा, इसका डॉक्यूमेंट बना कर हम सितम्बर में दुनिया के 20 सबसे शक्तिशाली राष्ट्रों के नेताओं को देंगे.”
भविष्य के प्रति भारत के निर्णायक रोल को परिलक्षित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया की कैसे COP 21 और 26 में भारत ने विश्व को नेतृत्व देने का कार्य किया. उन्होंने कहा, “जब दुनिया के बड़े बड़े देश इससे हट रहे थे, तब मोदी जी ने नेतृत्व देकर इंटरनेशनल सोलर अलायंस बनवाया. सोलर पावर, विंड एनर्जी, रिन्यूएबल एनर्जी के 2030 के लक्ष्य को भारत ने 9 वर्ष पहले 2021 में ही पूरा कर लिया. ऐसा दुनिया का कोई देश नहीं कर पाया.”
युवाओं को भविष्य के भारत का सूत्रधार बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, “हमारे युवाओं को तय करना है की भविष्य का भारत कैसा होगा. ये आपको ही तय करना है और आपको ही इसे साकार भी करना है. जलवायु परिवर्तन आपके, किसान के और बाकी सभी लोगो के जीवन पर असर डालता है. कभी एकदम से बारिश हो रही, कहीं सूखा पड़ रहा तो कहीं तूफ़ान आ रहा. पिघलते हुए ग्लेसीयर्स का क्या करना है सब आपको तय करना है.
अपने वक्तव्य में आगे आगे ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के लाभ की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बढ़ती गाड़ियों से इतना प्रदुषण हो रहा है. इसका अल्टरनेटिव क्या होगा? आज देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियां चल रहीं हैं. भविष्य में ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियां भी आने वाली हैं. भारत ने मोदी जी के नेतृत्व में नेशनल ग्रीन हाईड्रोजन मिशन लांच कर दिया है. इससे 8 लाख करोड़ से अधिक का इन्वेस्टमेंट आएगा. 8 लाख से ज्यादा लोगों को सीधे तौर पर रोगजार मिलेगा. इसके लिए 125 GW के सोलर पावर प्लांट लगेंगे. ग्रीन हाइड्रोजन बायोमास से भी बन सकता है. waste to energy भी बन सकता है. ये जो क्रूड आयल और गैस के लिए हम दुनिया पर निर्भर हैं, उसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. 2030 तक हम एक लाख करोड़ रूपये का इम्पोर्ट कम कर लेंगे.”
विपक्ष के 60 वर्षों पर मोदी सरकार के आठ वर्षों को भारी बताते हुए आगे श्री ठाकुर ने कहा, “हर घर को जल से नल देने के लिए हमने 3 लाख 60 हजार करोड़ का बजट रखा है. 2024 के अगस्त महीने तक हिंदुस्तान के हर परिवार को नल से जल की आपूर्ति का संकल्प है. हमे भारत को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. 2014 से पहले, यानी 70 वर्षों में जितने IIT , IIM , मेडिकल कॉलेज, AIIMS पूरे भारत में बने थे उससे ज्यादा मोदी जी ने पिछले 8 वर्षों में बनवाया है. त्रिपुरा को बड़ा एयरपोर्ट दिया, नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, हॉकी का सिंथेटिक ग्राउंड दिया. त्रिपुरा के आठों ज़िलों में हम इंडोर स्टेडियम बना के देंगे. सभी स्टेडियमों में 15 -20 गेम्स खेलने की सुविधा होगी. हमे हर ज़िले, हर शहर से जिमनास्ट और खिलाड़ी चाहिए.”
आजादी के 100 वर्षों के बाद के भारत की परिकल्पना करते हुए आगे मंत्री जी ने कहा, “मित्रों देश ने आजादी के 75 वर्ष पूरे किये हैं. हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. प्रधानमन्त्री जी ने इस अमृत काल में सभी युवाओं की भागीदारी की बात की है. अगले 25 वर्षों के बाद जब भारत आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तो हमे असल मायने में स्वर्णिम काल में प्रवेश करना है. हमे भारत के सॉफ्ट पावर को आगे बढ़ाना है. हमारा योग, म्यूजिक, सिनेमा, आध्यात्म इत्यादि हमारे सॉफ्ट पावर हैं. आज दुनिया के बड़ी से बड़ी कंपनियों के CEO भारतीय हैं.”
भारत के टेक्नोलॉजिकल मार्वेलस की बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कुछ दिन पूर्व गूगल के CEO सुन्दर पिचाई से अपनी मुलाक़ात का जिक्र करते हुए कहा, “सुन्दर पिचाई गूगल के सीईओ अमरीका में रहते हैं. उन्होंने बताया की उन्हें आज तक वैक्सीन के सर्टिफिकेट की कागज़ वाली कॉपी लेके चलनी पड़ती है. डिजिटल नहीं है. पैसे के लिए हर जगह प्लास्टिक कार्ड का प्रयोग करना पड़ता है. UPI की सुविधा नहीं है. लेकिन हमारे भारत ने ना सिर्फ 220 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगाए बल्कि सभी को डिजिटल सर्टिफिकेट भी दिया. आज आप आलू लेने भी जायेंगे तो UPI से पेमेंट कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के पंच प्रण के बारे में बात करते हुए श्री ठाकुर ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित भारत हेतु लाल किले की प्राचीर से ‘पंच प्रण’ के बारे में बतलाया है। इनमे पहला, भारत को विकसित बनाना है। दूसरा, अपने गौरवशाली इतिहास पर गर्व करना है। तीसरा, गुलामी की मानसिकता को मिटाना है। चौथा, एकजुटता के लिए कटिबद्ध रहना है। पांचवा, हर नागरिक को अधिकारों से आगे बढ़ कर कर्तव्य परायण बनना है। इसी से हम स्वर्णिम काल की ओर अग्रसर होंगे। अगले 25 वर्षों में आप स्वयं वो बदलाव लाने की कोशिश में जुट जाएँ जो आप समाज में लाना चाहते हैं. मैं आपसे हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के तरह बलिदान देने को नहीं कहता बल्कि योगदान देने को कह रहा हूँ. आपके योगदान से भारत शिखर पर पहुंचेगा.
युवाओं को प्रेरणाश्रोत बताते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “परेशानियों से भागना आसान होता है, हर ज़िन्दगी में मुश्किल इम्तेहान होता है, भागने वालों को कुछ नहीं मिलता ज़िन्दगी में, लड़ने वालों के क़दमों में हीं जहां होता है.” आगे उन्होंने कहा, “मैं कार्यक्रम में उपस्थित दीपा कर्मकार से पूछ रहा था की आगे क्या करना है. उन्होंने बताया इंजरी हो गयी है. रिकवरी फेज चल रहा है. आप सोचिये खिलाड़ी कैसे कई चोटों के बावजूद आगे बढ़ते हैं और मैडल लाते हैं.
मीराबाई चानू का नाम लेकर आगे केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा, ” कोविड के दौरान इंजरी होने पर भारत सरकार ने कोच सहित उन्हें अमरीका भेजा. वहां उन्होंने 6 महीने अपनी रिकवरी की. वहां से लौट कर उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में देश को मैडल दिलाया. अगर वो इंजरी से परेशान हो जाती तो मैडल नहीं ला पाती. इसीलिए हमे आपदा में अवसर ढूंढ़ना है. कोविड 19 के दौरान प्रधानमन्त्री मोदी जी के नेतृत्व में हमनें आपदा को अवसर में परिवर्तित करते हुए कार्य किया और सबके सामूहिक प्रयास से कोविड पर विजय पायी. हमने 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज जारी किया. 80 करोड़ जरूरतमंदों को 3 वर्षों तक 4 लाख करोड़ रूपये का अनाज मुफ्त दिया.
आगे महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने वाले मोदी सरकार के निर्णयों पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय सुचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, “हमने डिफेन्स सेक्टर को खोला. स्पेस और कोल् एंड माइनिंग सेक्टर को भी खोला. आज बदलाव आपके सामने है. भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चूका है.
इसके पश्चात आतंकवाद पर मोदी सरकार की नीतियों को निर्णायक बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, पिछले आठ वर्षों में हमने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक नीति अपनाते हुए स्पस्ट कार्रवाई की. अलगाववाद को भी हराया है. नार्थ ईस्ट में इंसर्जेन्सी में 89 % की कमी आयी है. नागरिक मौतों में लगभग 90 % तक की कमी आयी है. आज AFSPA को अधिकतर क्षेत्रों से वापिस ले लिया गया है. रिकॉर्ड पीस एग्रीमेंट हुए हैं. इसी प्रकार जम्मू कश्मीर में जहाँ आतंकवादी तिरंगा नहीं लहराने देते थे वहां से धरा 370 को खत्म किया. आज कश्मीर की गली गली में तिरंगा लहरा रहा है. एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना साकार हो रहा है.
कार्यक्रम के अंत में श्री ठाकुर ने सभी युवाओं से चेंज एजेंट बनने का आवाहन किया और कहा, “हमेसा याद रखें, ‘बैलट इज़ मोर इम्पोर्टेन्ट दैन बुलेट’. आइये इकट्ठे मिलकर देश को आगे बढ़ाएं. ज़िन्दगी में सर्वदा आगे बढ़ें, कभी निराश ना हों. एक साथ मिलकर एक टीम के रूप में काम करें. जय हिन्द, जय भारत, जय त्रिपुरा.”
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