समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10अगस्त। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को उद्योग जगत के अग्रिम व्यक्तियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का उद्देश्य वाणिज्य और उद्योग से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं पर सरकार और उद्योग जगत के बीच संवाद को बढ़ावा देना था।
उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि स्थायी आर्थिक विकास के लिए सरकार एक सहयोगात्मक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उद्योग जगत के हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की, उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया, और एक अनुकूल कारोबारी वातावरण बनाने के सरकार के प्रयासों का आश्वासन दिया।
अपने संबोधन में गोयल ने उद्योग जगत की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नीतियों को समायोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि उद्योग से प्राप्त प्रतिक्रिया भविष्य की रणनीतियों को आकार देने में सहायक होगी।
इस बैठक में व्यापार, लॉजिस्टिक्स, बाजार की मांग, आपूर्तिकर्ता इकोसिस्टम, प्रतिभा की उपलब्धता, नीतियां, कानूनी/आईपीआर और पूंजी तक पहुंच जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। बैठक से पहले, एक सर्वेक्षण के माध्यम से प्रतिभागियों से महत्वपूर्ण मुद्दों और चिंताओं पर फीडबैक लिया गया था, जिससे इस सत्र का एजेंडा तैयार किया गया।
बैठक के दौरान, पीडब्ल्यूसी ने एक रिपोर्ट जारी की, जो भारत को 1 ट्रिलियन डॉलर के वस्तु निर्यात की महत्वाकांक्षा को पूरा करने में सक्षम बनाने के लिए एक रणनीतिक ढांचे का प्रस्ताव करती है।
इस कार्यक्रम में विभिन्न उद्योग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 100 से अधिक उद्योग हितधारकों ने भाग लिया, जिनमें 35 से अधिक सीईओ, सीएफओ और सीएक्सओ शामिल थे। यह मंच विभिन्न क्षेत्रों के बीच नेटवर्किंग और साझेदारी के निर्माण के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है, जिससे नए व्यावसायिक अवसर पैदा हुए और मौजूदा अवसरों को मजबूत किया गया।
गोयल ने बैठक के समापन पर कहा कि मंत्रालय के प्रयास आर्थिक प्रगति को आगे बढ़ाने और दीर्घकालिक स्थिरता प्राप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास के महत्व को रेखांकित करते हैं।
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