सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) संवर्धन टास्क फोर्स का किया गठन

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव टास्क फोर्स के प्रमुख होंगे, जो 90 दिनों में अपनी पहली कार्य योजना प्रस्तुत करेगा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8अप्रैल। भारत के पास एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) क्षेत्र में “क्रिएट इन इंडिया” और “ब्रांड इंडिया” के तहत अग्रणी भूमिका निभाने की क्षमता है। भारत के पास इस क्षेत्र में लगभग 25-30 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि और सालाना 1,60,000 से अधिक रोजगार के नए अवसर सृजित करने के साथ वर्ष 2025 तक वैश्विक बाजार की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी (लगभग 40 बिलियन डॉलर) हासिल करने की क्षमता है।

एवीजीसी क्षेत्र के दायरे को और विस्तार देने के लिए, केंद्रीय बजट 2022-23 में एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) संवर्धन टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की गई थी, ताकि देश की और वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए घरेलू क्षमता के निर्माण व उपयोग करने के तरीकों की सिफारिश की जा सके।
केंद्रीय बजट 2022-23 में की गई घोषणा के अनुरूप, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तत्वावधान में देश में एवीजीसी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) संवर्धन टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव एवीजीसी संवर्धन टास्क फोर्स के प्रमुख होंगे तथा इसमें निम्न मंत्रालयों/ विभागों के सचिव शामिल होंगे
एवीजीसी संवर्धन टास्क फोर्स में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना की राज्य सरकारों; अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद जैसे शिक्षा निकायों के प्रमुखों एवं उद्योग निकायों – एमईएससी, फिक्की और सीआईआई के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है।
भारत सरकार, राज्य सरकारों और उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ एवीजीसी संवर्धन टास्क फोर्स का गठन इस क्षेत्र के विकास को गति प्रदान करेगा। इस क्षेत्र के विकास के लिए नीतियों का मार्गदर्शन करने में संस्थागत प्रयासों को प्रोत्साहन दिया जायेगा, भारत में एवीजीसी शिक्षा के लिए मानक स्थापित किये जायेंगे, उद्योग जगत और अंतरराष्ट्रीय एवीजीसी संस्थानों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग किया जायेगा तथा भारतीय एवीजीसी उद्योग की वैश्विक स्थिति को बेहतर बनाने के प्रयास किये जायेंगे।

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