“राष्ट्र विकास में स्वयंसेवी संस्थाओ का योगदान व मीडिया की भूमिका” पर मान-द वैल्यू फाउंडेशन,जयपुर व लाइफ चेरिटेबल ट्रस्ट ,नई दिल्ली द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित
स्निग्धा श्रीवास्तव
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली/जयपुर .26 फ़रवरी।
राष्ट्र विकास में स्वयंसेवी संस्थाए बेहतर काम कर रही है.उन संस्थाओ के संयुक्त प्रयास से राष्ट्र के कई विकास कार्यों को बल मिलता रहा हैं देश में भी ,विदेशों में भी .स्वयंसेवी संस्थाओ को जाति,धर्म और देश की सीमाओ से परे हटकर सम्पूर्ण मानवता के लिए कार्य करना चाहिए और करते रहना चाहिए.परस्पर सद्भाव.प्रेम व सहिष्णुता ही भारतीय संस्कृति का मूलाधार है.इसे व्यापकता प्रदान करने में स्वयंसेवी संस्थाओ की भूमिका बढ़ जाती हैं.आज़ादी को हासिल करने में कई स्वयंसेवी संस्थाओ की भूमिका सराहनीय रही है.उनके योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता.देश में नरेन्द्र मोदी सरकार आने के बाद कई स्वयंसेवी संस्थाओ की भूमिकाये बदली है.राष्ट्रवाद को बनाये रखने में इन संस्थाओ को जहाँ सराहा गया है ,वही देश हित के कई सपनों को साकार करने में कई प्रकार की मदद मिल रही है।
2014 के बाद राष्ट्र के खिलाफ कार्य कर रहे अब तक भारत में पिछले साढ़े छः वर्षो में 35 हज़ार से ज्यादा ऐसी संस्थाओ का निबंधन रद्द किया गया है जो देश में अलगाववाद.आतंकवाद व धर्म परिवर्तन जैसे अनैतिक व देश विरोधी कार्यों में लिप्त पाए गए थे।
ये सभी विचार 23 फ़रवरी 2021 को मान-द वैल्यू फाउंडेशन, जयपुर, राजस्थान और लाइफ चेरिटेबल ट्रस्ट ,नई दिल्ली की तरफ से आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में व्यक्त किये गए ।
वेबिनार का विषय था- “राष्ट्र एवं सामाजिक विकास में स्वयंसेवी संगठनों का योगदान और मीडिया की भूमिका“
इस अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के मुख्य अतिथि डॉ• अरुण चतुर्वेदी ,वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व मंत्री ,राजस्थान सरकार थे,जबकि अध्यक्षता वीरेंद्र शर्मा,सांसद,हाउस ऑफ़ कॉमन्स जी.ग्रेट ब्रिटेन संसद लंदन ने की।
कार्यक्रम की भूमिका के बारे में कुमार राकेश जी ,वरिष्ठ पत्रकार और सम्पादकीय अध्यक्ष, ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज समूह,दिल्ली ने चर्चा की,जबकि मान -द वैल्यू फ़ाउंडेशन,जयपुर की अध्यक्ष मनीषा सिंह ने इस कार्यक्रम का सफल संचालन किया |
इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में मीडिया व स्वयंसेवी संगठनों से जुडी कई हस्तियों ने शिरकत की।
मीडिया की भूमिका को लेकर दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार कुमार राकेश, दैनिक नवज्योति-जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार एल एल शर्मा,महाराष्ट्र से अरुण लाल,सम्पादक,इंडिया ग्राउंड रिपोर्ट,मुंबई,दिल्ली से अजीत द्विवेदी,संपादक,नया इंडिया ने शिरकत की,वही स्वयंसेवी संगठनो से उतराखंड से डॉ नीता बोरा शर्मा,अध्यक्ष,राजनीति विज्ञान विभाग,कुमाऊ विश्वविद्यालय,नैनीताल, महाराष्ट्र से अरुणा पुरोहित,अध्यक्ष,वेणी (वीमन इम्पावरमेंट एंड नेटवर्किंग इनिशिएटिव) ,गुजरात से रीशिदा ठाकुर,अध्यक्ष, तपस्या नारी सेवा समिति चैरिटेबल ट्रस्ट,नवसारी, जम्मू-कश्मीर से रूचि चौहान खान ,राजस्थान से नीरज कुमावत,अध्यक्ष,देवना,जयपुर,न्यूजीलैंड से संगीता शास्त्री की भूमिका सराहनीय रही।.

अपनी भूमिका वक्तव्य में दिल्ली से कुमार राकेश ने कहा कि मीडिया स्वयंसेवी संस्थाओ को सहयोग करने मे सदैव तत्पर रहता हैं .लेकिन उन संस्थाओ को राष्ट्रवाद को ध्यान में रखकर कार्य करना जरुरी हैं.उनका कहना था कि 2014 के पूर्व और बाद में राष्ट्र की दशा-दिशा में कई अच्छे परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं।.

लन्दन से सांसद वीरेन्द्र शर्मा ने कहा स्वयमसेवी संस्थाओ को राष्ट्रवाद के साथ दो देशो के परस्पर सम्बन्धो के मद्देनजर भी कार्य करना चाहिए.उनका कहना था कि मीडिया को भी राष्ट्रवाद की भावना से काम करना चाहिए.एक ब्रिटिश सांसद होने के बावजूद श्री शर्मा ने भारतीय संस्कृति की तारीफ़ की.भारत के वैदिक संस्कृति शेयरिंग व कैरिंग को याद किया।

नैनीताल से डॉ नीता बोरा शर्मा ने स्वयमसेवी संस्थाओ के प्रतिभा विकास में अप्रतिम योगदान की चर्चा की .उन्होंने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि ऐसी कई संस्थाओ को वो जानती है,जिसने राज्य व देश ने प्रतिभा विकास को बढ़ावा दिया है .उन्होंने अपनी संस्था के द्वारा भी कई ऐसे अनुपम कार्य किये।

जयपुर से मनीषा सिंह ने अपने कई अनुभव सांझा किये.उन्होंने कोविड काल में अपने द्वारा कार्यो की चर्चा की.उनका कहना था कि कोविड की वजह से उन्होंने जमीनी स्तर पर कई सेवा कार्य किये,जिसमे मीडिया के सहयोग को नहीं भुलाया जा सकता।

नागपुर से अरूणा पुरोहित ने अपने कई कार्यो की चर्चा की.उन्होंने चंद्रपुर जिले में स्वच्छता अभियान में उनकी संस्थाओ के योगदान की विस्तारपूर्वक चर्चा की .मीडिया की भूमिका की भी सराहना की।

जयपुर से नीरज कुमावत ने कहा कि वह कई संस्थाओ के साथ सामजिक कार्य करते हैं .उनके अनुभव मिश्रित रहे हैं ,मीडिया की भूमिका पर उनका कहना था कि सामाजिक कार्यो के प्रति मीडिया भाव भी मिश्रित रहा हैं।

मुंबई से अरुण लाल ने मीडिया की भूमिका पर कहा कि देश के विकास कार्यो के प्रति जो संस्थाए कार्यरत हैं ,उनकी भूमिका सराहनीय रही है .श्री लाल ने ऐसे कई संस्थाओ व व्यक्तित्वों की चर्चा की,जिन्होंने जाति,धर्म ,संप्रदाय से ऊपर उठकर सामजिक विकास में अपना अपना योगदान दे रहे हैं।

नवसारी से रीशिदा ठाकुर ने सामजिक संस्थाओ व मीडिया के रिश्ते को चोली-दामन का साथ बताया.उनका कहना था कि उनके द्वारा किये जा रहे महिला विकास के कई कार्यक्रमों में मीडिया का योगदान पूजनीय हैं।
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जम्मू-कश्मीर से रूचि चौहान खान ने कहा हमारे प्रदेश के युवा के सामने बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है .हम अपनी संस्थाओ की मदद से उनके कार्य रत है.पर सरकार को भी दुगुनी ताक़त से सामने आने की जरुरत है.मीडिया की भूमिका को उन्होंने मिश्रित भाव बताया।

न्यूजीलैंड से संगीता शास्त्री ने कहा कि एक शिक्षाविद होने के नाते भारत और न्यूजीलैंड में स्वयंसेवी संस्थाओ के कार्यो को देखा है.मीडिया की भूमिका भी समय समय पर सराहनीय रही हैं।
राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री व वरिष्ठ समाजसेवी डॉ अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि इस सेमिनार के आयोजक को साधुवाद दिया.उनका कहना था कि इन सभी विचारो को वह अपने स्तर पर केंद्र सरकार को भेजेंगे,जिससे इन विचारो पर सरकारी स्तर पर उत्तम कार्य हो सके.उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम देश,समाज को एक नई दिशा देते है .डॉ चतुर्वेदी ने मान-द वैल्यू फाउंडेशन,जयपुर और लाइफ चेरिटेबल ट्रस्ट ,नई दिल्ली को बधाई दिया।
सभी वक्ताओ ने स्वयंसेवी संस्थाओ व मीडिया को लेकर अपने अपने कई मिश्रित अनुभवों को सांझा किया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद् ज्ञापन मान-द वैल्यू फाउंडेशन के अरविन्द बत्रा ने किया।
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