ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों से इस्राइल पर किया हमला, रक्षा मंत्रालय और सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना

तेहरान से तेल अवीव तक युद्ध का बिगुल

समग्र समाचार सेवा
तेहरान/तेल अवीव, 14 जून: ईरान और इस्राइल के बीच तनाव अब पूर्ण संघर्ष में बदल चुका है। 13-14 जून की रात ईरान ने इस्राइल पर एक के बाद एक दो चरणों में करीब 150 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ईरान का दावा है कि इसने इस्राइल के रक्षा मंत्रालय, सैन्य ठिकानों, और हथियार निर्माण इकाइयों को निशाना बनाया। इन हमलों में तीन लोगों की मौत और 70 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि हो चुकी है।

अयातुल्ला खामेनेई की कड़ी चेतावनी

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस्राइल को सीधी चेतावनी दी कि

हम इस्राइल को उसके अपराधों से आसानी से भागने नहीं देंगे। उन्होंने युद्ध शुरू किया है, अब उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।”

इस्राइल पर मिसाइल हमलों की विनाशलीला

तेल अवीव और सेंट्रल इस्राइल में गिरने वाली मिसाइलों ने चार इमारतों को पूरी तरह तबाह कर दिया है। इजरायली आपातकालीन सेवा मैगन डेविड एडोम के अनुसार, 22 लोग घायल हुए हैं जिनमें दो की हालत गंभीर है।

इस्राइल की जवाबी कार्रवाई और अमेरिकी सहयोग

इस्राइल ने हमले के जवाब में ईरान के नटांज परमाणु संयंत्र, तबरीज के सैन्य रडार, और इस्फ़हान में परमाणु प्रतिष्ठानों पर पलटवार किया है। संयुक्त राष्ट्र की आपात बैठक में यह भी खुलासा हुआ कि नटांज का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया है।

अमेरिका ने इस्राइल की रक्षा में मिसाइल रोधी प्रणाली का इस्तेमाल किया और कई ईरानी मिसाइलों को मार गिराया।

राजनयिक संबंधों पर प्रभाव: परमाणु वार्ता स्थगित

ईरान ने इस हमले के बाद अमेरिका के साथ परमाणु समझौते पर चर्चा को “अर्थहीन” बताया है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस्राइल द्वारा किए गए हमले के बाद अब कूटनीति की कोई गुंजाइश नहीं बची है। रविवार को ओमान में प्रस्तावित बैठक अब अनिश्चित हो गई है।

भारत की भूमिका और चिंता

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस्राइल और ईरान दोनों के समकक्षों से बात की। उन्होंने तनाव को कम करने का आग्रह किया। भारतीय एयरलाइंस ने चेताया है कि ईरानी एयरस्पेस बंद होने के कारण कुछ उड़ानों के मार्ग बदल सकते हैं, जिससे यात्रा समय बढ़ेगा।

जनजीवन पर असर: इस्राइल में भय और तैयारियां

यरूशलम के सुपरमार्केट में भोजन और पानी का जमकर भंडारण हो रहा है। अस्पतालों में भर्ती कम गंभीर मरीजों को छुट्टी दी जा रही है। वेस्ट बैंक के फलस्तीनी क्षेत्रों में लॉकडाउन लागू किया गया है। इस्राइली सेना ने हमले के दौरान ब्रीफिंग तक रोक दी, जिससे स्थिति की गंभीरता का अनुमान लगाया जा सकता है।

संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी: संघर्ष रोकें

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों देशों से तत्काल युद्ध विराम की अपील की है। उन्होंने कहा,

अब बहुत हो गया है। इसे यहीं रोकें। शांति और कूटनीति से समाधान की जरूरत है।”

क्या ये पश्चिम एशिया में युद्ध की शुरुआत है?

ईरान और इस्राइल के बीच मौजूदा संघर्ष अब एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। सैटेलाइट इमेजरी, सीधी चेतावनियां, और सैन्य अभियानों के खुलासे इस बात के संकेत हैं कि स्थिति गंभीर है। यदि यह टकराव जारी रहा तो इससे पूरी मध्य पूर्व ही नहीं, बल्कि वैश्विक कूटनीति पर असर पड़ सकता है।

 

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