भारत-पाक रिश्तों पर इशाक डार का बयान: कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर बातचीत को तैयार, भारत ने दी सख्त शर्तें
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23 अगस्त: पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ कश्मीर और अन्य सभी लंबित मुद्दों पर व्यापक बातचीत के लिए तैयार है। डार ने इस्लामाबाद में संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा,
“बातचीत जब भी होगी, वह सिर्फ कश्मीर तक सीमित नहीं होगी, बल्कि सभी मुद्दों पर होगी।”
पाकिस्तान का रुख
डार ने दावा किया कि पाकिस्तान ने शुरू से ही यह स्पष्ट किया है कि भारत के साथ बातचीत किसी एक-सूत्री एजेंडे पर नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में पाकिस्तान ने किसी मध्यस्थता का अनुरोध नहीं किया, बल्कि एक तटस्थ स्थान पर बैठक की पेशकश की गई थी।
उन्होंने कहा, “हमें किसी तटस्थ स्थान पर बैठने का प्रस्ताव मिला था। मैंने कहा, अगर ऐसा है तो पाकिस्तान तैयार है।”
भारत का स्पष्ट संदेश
वहीं भारत ने दोहराया है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी और आतंकवाद के मुद्दे तक सीमित रहेगी। भारत का कहना है कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त किए बिना किसी अन्य विषय पर चर्चा संभव नहीं है।
अमेरिका से संघर्षविराम का फोन
डार ने खुलासा किया कि उन्हें अमेरिका से संघर्षविराम के लिए फोन कॉल आया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता और शांति के लिए तैयार है।
“मुझे अमेरिका से फोन आया था। मैंने साफ कह दिया कि पाकिस्तान युद्ध का इच्छुक नहीं है।”
ऑपरेशन सिंदूर और संघर्षविराम
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई की सुबह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ढांचों को निशाना बनाया।
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले का प्रयास किया, लेकिन भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया और कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया।
लगातार चार दिन तक चले इस संघर्ष के बाद दोनों देशों ने 10 मई को संघर्षविराम समझौते पर सहमति जताई। डार ने कहा कि फिलहाल संघर्षविराम कायम है।
अमेरिकी विदेश मंत्री की यात्रा पर असमंजस
डार ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिकी विदेश मंत्री की पाकिस्तान यात्रा को लेकर अभी कोई तिथि तय नहीं हुई है।
इशाक डार के बयान ने एक बार फिर यह संकेत दिया है कि पाकिस्तान वार्ता की बात करता है, लेकिन भारत का रुख साफ है—बातचीत सिर्फ PoK और आतंकवाद तक सीमित रहेगी। अमेरिका की भूमिका और हालिया संघर्षविराम से जुड़े घटनाक्रम आने वाले समय में भारत-पाक रिश्तों की दिशा तय करेंगे।
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