समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,30 सितम्बर। इजरायल और हिज़बुल्लाह के बीच जारी संघर्ष ने हाल ही में एक बड़ा मोड़ लिया, जब इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दक्षिण बेरूत में हिज़बुल्लाह के मुख्यालय पर एक बड़े हमले को अंजाम दिया। शुक्रवार को इस हमले के बाद हिज़बुल्लाह का मुख्यालय पूरी तरह से नेस्तनाबूद हो गया, और इस हमले ने दोनों पक्षों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। आजतक की टीम ने उस जगह का दौरा किया, जहां से हिज़बुल्लाह का नेतृत्व किया जा रहा था और जिसे अब मलबे में तब्दील कर दिया गया है।
हमला और इसके प्रभाव
दक्षिण बेरूत में स्थित हिज़बुल्लाह का मुख्यालय इस संगठन की रणनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र था। इजरायली सेना द्वारा किए गए इस हवाई हमले के बाद यह स्थान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। मलबे के बीच हिज़बुल्लाह की ताकत और उसके समर्थकों की गतिविधियां एक समय जीवंत थीं, लेकिन अब यहां सन्नाटा पसरा हुआ है। इमारत के ढहने से आसपास के इलाकों में भी भारी नुकसान हुआ है, और यह स्पष्ट है कि इस हमले का मकसद हिज़बुल्लाह के संगठनात्मक ढांचे को गहरा झटका देना था।
इजरायल का तर्क
इजरायली डिफेंस फोर्स ने इस हमले के बाद एक बयान जारी कर कहा कि यह हमला हिज़बुल्लाह के खिलाफ उनकी आक्रामक नीति का हिस्सा था, जिसमें वे लेबनान में सक्रिय आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं। इजरायल का आरोप है कि हिज़बुल्लाह अपने मुख्यालय से आतंकवादी हमलों की योजना बना रहा था, जिसका उद्देश्य इजरायल की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाना था। इसलिए, इस मुख्यालय को नेस्तनाबूद करना उनके लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक लक्ष्य था।
हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रिया
हमले के बाद हिज़बुल्लाह ने इजरायल के इस कदम की कड़ी निंदा की और इसे उनकी संप्रभुता का उल्लंघन बताया। हिज़बुल्लाह ने भी जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है और कहा है कि वे इजरायल के इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे। उनके अनुसार, इस तरह के हमलों से उनका संघर्ष कमजोर नहीं होगा, बल्कि वे पहले से भी अधिक मजबूती से इजरायल के खिलाफ खड़े होंगे।
साउथ बेरूत का माहौल
साउथ बेरूत के निवासियों के बीच इस हमले के बाद भय और असुरक्षा की भावना फैल गई है। आजतक की टीम ने मौके पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों से बात की, जिन्होंने बताया कि धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। लोगों को उम्मीद थी कि यह इलाका हिज़बुल्लाह की मजबूत पकड़ में है, लेकिन इस हमले ने वहां की जनता के बीच एक गहरी असुरक्षा का माहौल बना दिया है। कई लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं, क्योंकि उन्हें आने वाले दिनों में और भी हमलों की आशंका है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी तनाव बढ़ गया है। कई देशों ने इस हमले की निंदा की है, जबकि कुछ ने इजरायल के अधिकार की वकालत की है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठा सकता है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और हिंसा को रोकने की अपील की है। हालाँकि, वर्तमान हालात को देखते हुए इस संघर्ष के जल्द समाप्त होने की संभावना कम ही नजर आ रही है।
निष्कर्ष
इजरायल और हिज़बुल्लाह के बीच का यह संघर्ष एक बार फिर गहरा हो गया है, और इसका असर पूरे क्षेत्र पर पड़ सकता है। दक्षिण बेरूत में हिज़बुल्लाह के मुख्यालय पर इजरायली हमले ने इस लड़ाई को और तेज कर दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि हिज़बुल्लाह इस हमले का किस प्रकार से जवाब देता है और क्या इस संघर्ष को कूटनीतिक माध्यमों से हल करने के प्रयास किए जाएंगे, या फिर यह क्षेत्र और भी हिंसा की चपेट में आएगा।
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