समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के सवाई मान सिंह हॉस्पिटल में सोमवार को भयानक आग लगने की घटना में 8 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। पीएम मोदी ने कहा, “राजस्थान के अस्पताल में आग की घटना में गई जानों के लिए बहुत दुख है। जिन्होंने अपने अपनों को खोया है, उनके प्रति हार्दिक संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
The loss of lives due to a fire tragedy at a hospital in Jaipur, Rajasthan, is deeply saddening. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover soon: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 6, 2025
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ट्वीट कर इस घटना को पीड़ादायक बताया। उन्होंने कहा कि “जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग में कई मरीजों की मौत हो गई। ये घटना बहुत ही हृदय विदारक है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जाहिर करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति और शोकाकुल परिवारों को शक्ति प्रदान करें। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने से कई मरीजों की मृत्यु हृदय विदारक है।
पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहन संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति तथा शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना है।
— Om Birla (@ombirlakota) October 6, 2025
एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि हादसा शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ। उन्होंने कहा, “ट्रॉमा आईसीयू में शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे आग तेजी से फैल गई और जहरीला धुआं निकलने लगा। ट्रॉमा आईसीयू में कुल 11 मरीज थे, जिनमें ज्यादातर गंभीर रूप से बीमार और बेहोशी की हालत में थे।”
डॉ. धाकड़ ने बताया कि दूसरी मंजिल पर ट्रॉमा सेंटर में दो आईसीयू हैं – ट्रॉमा आईसीयू और सेमी-आईसीयू। ट्रॉमा आईसीयू में आग लगने के तुरंत बाद टीम ने मरीजों को ट्रॉलियों पर लादकर सुरक्षित बाहर निकाला। सभी मरीजों को सीपीआर देकर होश में लाने की कोशिश की गई, लेकिन 8 मरीजों को बचाया नहीं जा सका।
अस्पताल प्रशासन ने कहा कि सभी संभव प्रयास किए गए और आग लगने के कारणों की जांच जारी है। घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया, और घायलों का उपचार नजदीकी अस्पतालों में किया जा रहा है।
यह हादसा स्वास्थ्य सुरक्षा और अस्पतालों में सुरक्षा मानकों की अहमियत को फिर से उजागर करता है और राज्य सरकार की ओर से भी जांच के आदेश दिए गए हैं।
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