जकार्ता से पनामा तक भारत ने किया पाकिस्तान को बेनकाब, बोले सांसद – “भारत शांतिप्रिय है, आतंकवाद नहीं सहेगा”

समग्र समाचार सेवा,

जकार्ता/पनामा/रियाद, 30 मई: भारत के सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने वैश्विक मंचों पर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की पोल खोल दी है। जकार्ता में JD(U) सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि “पाकिस्तान अब भारत की प्राथमिकता नहीं है। भारत आर्थिक प्रगति पर केंद्रित है, लेकिन आतंकी गतिविधियों का जवाब अनुपातिक और सटीक ढंग से दिया गया है।” उन्होंने बताया कि “इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने भी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई आतंकी घटना की कठोर निंदा की है।”

“भारत की बात सुनी जाती है” – अपराजिता सारंगी

भारतीय जनता पार्टी की सांसद अपराजिता सारंगी ने जकार्ता से कहा कि “भारत को आज विश्व भर में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। हमने इंडोनेशिया के थिंक टैंक, युवा सांसदों और ASEAN महासचिव से मुलाकात की। सभी ने पहलगाम हमले की निंदा की और भारत के साथ खड़े होने की बात कही।”

उन्होंने आगे कहा, “भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है, हम प्रगति के रास्ते पर हैं और किसी भी प्रकार की हिंसा या आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमें उम्मीद है कि दुनिया भी हमारे साथ खड़ी होगी।”

पनामा में थरूर और तेजस्वी सूर्या ने उठाया पाकिस्तान का मुद्दा

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पनामा के विदेश मंत्री से मुलाकात में कहा, “आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने का साधन नहीं हो सकता। आतंकवादियों को पनाह देने वालों को जवाबदेह ठहराना जरूरी है।”

वहीं भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करते हुए कहा कि “पिछले कई दशकों के अधिकतर आतंकी हमलों की जड़ पाकिस्तान में रही है। ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में शरण मिली थी – यही दर्शाता है कि वैश्विक आतंकवाद को पाकिस्तान बढ़ावा दे रहा है।”

सलमान खुर्शीद और ओवैसी ने भी पाकिस्तान को लताड़ा

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने जकार्ता में इंडोनेशियाई शिक्षाविदों से कहा, “हम आपके साथ साझा करते हैं कि धर्मों और संस्कृतियों की एकता ही विकास का आधार है। हमारे दुश्मन इस एकता को नष्ट करना चाहते हैं, लेकिन हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं।”

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रियाद में कहा, “पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जाना चाहिए। वहाँ आतंकी संगठन खुलेआम फंडिंग और प्रशिक्षण पा रहे हैं और भारत में अस्थिरता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।”

भारतीय सांसदों ने वैश्विक मंचों पर आतंकवाद के मुद्दे पर स्पष्ट और सशक्त रुख अपनाया है। चाहे वह दक्षिण एशिया हो, खाड़ी देश हों या अमेरिका-लैटिन अमेरिका, हर जगह भारत की शांतिप्रिय और न्यायसंगत छवि को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है — और साथ ही आतंक के जनक पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय रूप से बेनकाब किया जा रहा है।

 

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