जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती गाँवों में BSF का नया मिशन: डर नहीं, अब हिम्मत से करेंगे सामना!

समग्र समाचार सेवा
जम्मू, 5 जून: सीमावर्ती गांवों में रहने वाले हमारे अपने भाई-बहन, जो रोज़-रोज़ मुश्किलों का सामना करते हैं, अब वे अकेले नहीं हैं। सुरक्षा बल (BSF) ने उनके हाथ थामे हैं और उन्हें सिखा रहे हैं आत्मरक्षा के गुर और हथियारों का इस्तेमाल, ताकि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकें।

यह पहल ऐसे समय में आई है, जब देश ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। पहलगाम में पाकिस्तान से जुड़े आतंकियों ने 26 मासूम पर्यटकों की जान ले ली थी, उस दर्दनाक घटना के बाद भारत ने आतंक के हर रूप को खत्म करने का संकल्प लिया है।

अधिकारियों ने बताया कि यह ग्राम रक्षा गार्ड (VDG) कार्यक्रम के तहत हो रहा है। सोचिए, हमारे गांव वाले अब घुसपैठियों को रोकेंगे, ड्रोन से होने वाली तस्करी को नाकाम करेंगे और अवैध हथियारों की आवाजाही पर लगाम कसेंगे। उन्हें सिखाया जा रहा है कि आपात स्थिति में कैसे शांत रहें, घबराएं नहीं, बल्कि सूझबूझ से काम लें। BSF अपनी चौकियों पर ये प्रशिक्षण दे रही है, जहां ग्रामीणों को AK सीरीज़ और INSAS जैसी राइफलों और हैंड ग्रेनेड के बारे में बताया जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्हें ड्रोन का पता लगाने और उन्हें ट्रैक करने की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। रात की गश्त, जानकारी इकट्ठा करना और BSF चौकियों तक उसे पहुंचाना – ये सब अब VDGs की ज़िम्मेदारी में शामिल है।

कुछ इलाकों में तो महिलाओं और किशोरों को भी आत्मरक्षा का विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह देखकर कितना अच्छा लगता है कि युवा पीढ़ी आगे आ रही है! एक अधिकारी ने बताया, “कई सीमावर्ती गांवों में युवाओं का उत्साह देखते ही बनता है।”

इन VDGs में हमारे गांवों के स्कूल शिक्षक और पंचायत प्रमुख भी शामिल हैं। BSF अधिकारियों का कहना है कि ये जागरूक नागरिक हथियारों और अन्य सामानों की ड्रोन से होने वाली तस्करी को रोकने में हमारी पहली सुरक्षा पंक्ति बन सकते हैं। इस प्रशिक्षण से ग्रामीणों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे सुरक्षा बलों के साथ जानकारी साझा करने में और भी सक्रिय होंगे।

यह सिर्फ एक प्रशिक्षण अभियान नहीं है, यह राष्ट्रीय सुरक्षा में नागरिकों की भागीदारी का एक शानदार मॉडल है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत, भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी और सैन्य ठिकानों को सटीक मिसाइल हमलों से ध्वस्त कर दिया था। अब, इस नई पहल से हमारे गांव वाले भी अपनी सुरक्षा में एक मज़बूत कड़ी बन रहे हैं।

यह दिखाता है कि कैसे हमारा देश, अपने नागरिकों को सशक्त करके, हर चुनौती का सामना करने को तैयार है। आप इस पहल के बारे में क्या सोचते हैं?

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