जेपी नड्डा और विपक्षी सांसदों की टक्कर: “तर्क में ताकत, चिल्लाने से कुछ नहीं”

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 जुलाई: मानसून सत्र की शुरुआत होते ही राज्यसभा में सियासी तूफान खड़ा हो गया। नेता-सदन एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और कांग्रेस, टीएमसी समेत विपक्षी सांसदों के बीच ‘जवाब दो’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारी हंगामा देखने को मिला।

राज्यसभा में गरमागरम वक़्त

सत्र शुरू होते ही मनमाफ़िक चुप्पी टूट गई। विपक्षी दलों ने एकजुट होकर नारों की बौछार शुरू कर दी — “जवाब दो”, “ऑपरेशन सिंदूर का सच बताओ” — और अपनी सीटों से खड़ी होकर नारेबाज़ी की। इस बीच, जेपी नड्डा तटस्थ मुद्रा में खड़े रहे और जोर देकर कहा कि सरकार हर विषय पर खुलकर चर्चा के लिए तैयार है।

तर्क ही आज़माइश का आधार

जब कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने आवाज़ उठाई, तो नड्डा थोड़े कड़े स्वर में बोले, “ऑपरेशन सिंदूर का हर पहलू दुनिया के सामने रखा जाएगा।” उन्होंने आगे जोर देकर कहा, “चिल्लाने से कुछ नहीं होता, तर्क में ताकत होती है।” उनका यह कटाक्ष विपक्ष को शांत होने का संकेत माना गया।

जेपी नड्डा का खरगे को विशेष संदर्भ

जेपी नड्डा ने सदन में पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे को 21 जुलाई के जन्मदिन की बधाई दी। इसके बाद उन्होंने दोहराया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसा कभी नहीं हुआ लोकतंत्र में, और मोदी नेतृत्व वाली सरकार इस पर खुलकर चर्चा करेगी।

कार्यवाही स्थगित, हंगामा जारी

तेज़ नारेबाज़ी के चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। दोपहर के सत्र में बहस फिर शुरू हुई, लेकिन माहौल में शिथिलता नहीं आई। प्रधानमंत्री मोदी ने मानसून सत्र से पहले आगाह किया था कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, और सत्र को संतुलित ढंग से चलाने में विपक्ष का भी महत्व है।

 

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