कमल हासन की फिल्म ‘द ठग लाइफ’ पर विवाद, कर्नाटक में हिंसा की धमकियों के बीच सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

समग्र समाचार सेवा,

नई दिल्ली, 13 जून: अभिनेता और राजनेता कमल हासन की आने वाली तमिल फिल्म ‘द ठग लाइफ’ को लेकर कर्नाटक में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। कुछ कन्नड़ संगठनों ने फिल्म की स्क्रीनिंग का विरोध करते हुए थिएटरों में आग लगाने तक की धमकी दी है। ये धमकियां उस बयान के बाद शुरू हुईं जिसमें कमल हासन ने कहा था कि “कन्नड़ भाषा तमिल से उत्पन्न हुई है।”

इस विवाद के बाद हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए कर्नाटक थिएटर एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और कोर्ट से सिनेमाघरों को सुरक्षा देने की मांग की। एसोसिएशन का कहना है कि धमकियों के कारण वे फिल्म को रिलीज करने से डर रहे हैं और उन्हें कानून की सुरक्षा चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक सरकार को भेजा नोटिस

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की बेंच, जिसमें जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और जस्टिस मनमोहन शामिल हैं, ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कर्नाटक सरकार, राज्य पुलिस, राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स (KFCC) को नोटिस जारी किया।

कोर्ट ने सभी संबंधित पक्षों से जवाब मांगा है कि फिल्म की शांतिपूर्ण रिलीज सुनिश्चित करने के लिए राज्य ने अब तक क्या कदम उठाए हैं। याचिका में कहा गया है कि फिल्म के निर्माताओं और वितरकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है, और इस तरह की धमकियां लोकतंत्र और कानून व्यवस्था के लिए खतरनाक हैं।

विवाद की जड़ में कमल हासन का बयान

यह विवाद उस वक्त भड़क उठा जब ‘द ठग लाइफ’ के ऑडियो लॉन्च कार्यक्रम के दौरान कमल हासन ने भाषाई मूल को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “कन्नड़ भाषा तमिल से निकली है।” इस बयान को कर्नाटक के कई नेताओं और संगठनों ने अपमानजनक बताया और इसे “कन्नड़ अस्मिता पर हमला” करार दिया।

इसके बाद कुछ समूहों ने फिल्म के बहिष्कार का आह्वान किया और कई स्थानों पर प्रदर्शन भी किए। स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब प्रदर्शनकारी संगठनों ने थिएटरों में आग लगाने जैसी हिंसक धमकियां देनी शुरू कर दीं।

सरकार की चुनौती और फिल्म की रिलीज पर संकट

कमल हासन की यह फिल्म दक्षिण भारत के कई राज्यों में एक साथ रिलीज होनी है। लेकिन कर्नाटक में बनी यह स्थिति फिल्म की रिलीज को संकट में डाल रही है। राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल के सूत्रों ने संकेत दिया है कि अगर सुरक्षा नहीं मिली तो रिलीज को स्थगित करना पड़ सकता है।

क्या कहती है याचिका?

याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि—

“हम केवल एक फिल्म दिखा रहे हैं, किसी भी समुदाय या भाषा का अपमान नहीं कर रहे। धमकियों के बावजूद हमें सरकार से कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिला।”

कमल हासन की फिल्म ‘द ठग लाइफ’ एक बार फिर भारत में फिल्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम क्षेत्रीय अस्मिता की बहस को केंद्र में ले आई है। सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप यह सुनिश्चित करने की दिशा में अहम साबित हो सकता है कि हिंसा और धमकियों के आगे रचनात्मक अभिव्यक्ति न झुके।

 

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