कांवड़ यात्रा और मुहर्रम पर नेम प्लेट विवाद, CCTV से निगरानी, ड्रोन से सुरक्षा

समग्र समाचार सेवा
मुरादाबाद, 3 जुलाई: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कांवड़ यात्रा और मुहर्रम के मौके पर दुकानों की नेम प्लेट को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासन ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर लगने वाली अस्थायी दुकानों की नेम प्लेट हिंदी में लगाने का निर्देश दिया है। इस आदेश के बाद से ही सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। विपक्ष ने इसे भेदभाव बताया, वहीं प्रशासन ने इसे सिर्फ व्यवस्था से जोड़ा।

त्योहारों को लेकर प्रशासन सख्त

जुलाई में कांवड़ यात्रा और मुहर्रम दोनों ही बड़े पर्व एक साथ पड़ रहे हैं। मुरादाबाद में पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता कर लिया है। SP रणविजय सिंह ने बताया कि मोहर्रम के जुलूस और कांवड़ यात्रियों की भीड़ को देखते हुए संवेदनशील रास्तों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ‘शांति समिति की कई बैठकों में सभी पक्षों से बातचीत कर जरूरी कदम उठाए गए हैं।’

ड्रोन से होगी निगरानी

कांवड़ यात्रा के दौरान कांठ रोड और गढ़मुक्तेश्वर रोड से लाखों श्रद्धालु गुजरेंगे। इसी को देखते हुए पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं। SP ने कहा, ‘भीड़-भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जाएगी। ड्रोन से प्रशासन को रियल टाइम जानकारी मिलेगी, जिससे किसी भी अप्रिय स्थिति से तुरंत निपटा जा सकेगा।’

मुहर्रम के ताजिए निकलने के रास्तों पर पैनी नजर

मुहर्रम में शहर और गांवों से ताजिए निकाले जाते हैं। SP रणविजय सिंह ने कहा कि जिन रास्तों से ताजिए गुजरेंगे, वहां CCTV कैमरे लगाए गए हैं। पुलिस टीमों को अलर्ट पर रखा गया है और जरूरत पड़ने पर ड्रोन का इस्तेमाल होगा। अधिकारियों ने दोनों समुदायों से आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की है।

सियासत गर्म, प्रशासन मुस्तैद

नेम प्लेट को लेकर शुरू हुई राजनीति के बीच मुरादाबाद पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने में जुटी है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि दुकानदारों को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा, लेकिन नियम का पालन जरूरी है। दोनों समुदायों के त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है।

 

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