समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 14जुलाई। सावन के महीने की शुरुआत के साथ-साथ आज से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गई है. यूपी से लेकर उत्तराखंड तक कांवड़ियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. उत्तर प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा के रास्ते में आने वाली शराब और मांस की दुकानें बंद रखी जाएंगी. कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार 2 साल बाद कांवड़ यात्रा हो रही है. इस बार चार करोड़ से अधिक कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान है. इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का दावा किया है.
गढ़वाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) वी. मुरुगेशन ने कहा कि मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 120 सेक्टर में बांटकर व्यवस्थाएं की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एक हजार पुलिस कर्मियों, केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों की पांच कंपनियां, बम व स्वान दस्तों सहित आतंकवाद निरोधक दस्ता और जल पुलिस को भी तैनात किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कांवड़ियों की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कांवड़ियों से हरिद्वार आने से पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की ताकि आपात स्थिति में उन्हें ट्रैक किया जा सके. हालांकि रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने सुरक्षा ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों से कांवड़ियों से साथ विनम्र और संयमित व्यवहार करने की हिदायत दी है. उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा मार्ग में मांस एवं मदिरा की दुकानों पर रोक रहेगी. मालूम हो कि एक पखवाड़े तक चलने वाली कांवड़ यात्रा के तहत कांवड़िये सैकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा करके हरिद्वार से गंगा जल लेकर जाते हैं और अपने-अपने इलाकों के शिवालयों में त्रयोदशी के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं.
कांवड़ यात्रा के दौरान होटल, रेस्टोरेंट, धर्मशाला और टैंपों वालों को कांवड़ियों से सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने तथा उनसे ज्यादा दाम न वसूलने के निर्देश दिए गए हैं. यात्रा व्यवस्था को लेकर स्थानीय व्यापारियों के साथ यहां एक बैठक करने के बाद उप जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि बैठक में होटल, रेस्टोरेंट, धर्मशाला व टैम्पो वालों से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कांवड़ियों के साथ सौहार्दपूर्ण तरीके से पेश आया जाए और उनसे ज्यादा दाम न वसूले जाएं.
अक्सर कांवड़ियों से व्यापारियों की कहासुनी खाने के सामान की गुणवत्ता या ज्यादा कीमत वसूलने को लेकर होती है. अधिकारी ने बताया कि इस बार कांवड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी दुकान पर मूल्य सूची लगाने को कहा गया है. मूल्य सूची नहीं लगाए जाने पर प्रशासन सख्ती बरतेगा.
कांवड़ियों के लिए कुल 338 शिविर लगाये गए हैं. मैं कांवड़ियों से कहना चाहता हूं कि वे उनके लिए समर्पित किये गये मार्गों से जाएं.’ अधिकारी ने कहा, ‘मोटरचालकों और अन्य यात्रियों को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए तथा निर्धारित सड़क लेन में चलना चाहिए.’
Comments are closed.