भगवा रंग में रंगा गया संभल का कार्तिकेय मंदिर, CCTV कैमरों से की जा रही निगरानी, सुरक्षा में PAC तैनात

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,7 जनवरी।
उत्तर प्रदेश के संभल जिले का कार्तिकेय मंदिर इस बार अपनी विशेष पहचान के लिए चर्चा में है। हाल ही में इस मंदिर को भगवा रंग में रंग दिया गया है, जिसे लेकर धार्मिक और सामाजिक चर्चा का माहौल बना हुआ है। यह कदम मंदिर की भव्यता को बढ़ाने और श्रद्धालुओं को एक नई पहचान देने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसके साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पैरा मिलिट्री फोर्स (PAC) की तैनाती की गई है, जिससे सुरक्षा में कोई चूक न हो सके।

भगवा रंग में रंगा मंदिर

संभल का प्रसिद्ध कार्तिकेय मंदिर अब भगवा रंग में रंगा गया है, जो हिंदू धार्मिकता और संस्कृति के प्रतीक के रूप में पहचाना जाता है। भगवा रंग हिंदू धर्म में पवित्रता, तपस्या और बलिदान का प्रतीक माना जाता है। इस रंग को मंदिर की दीवारों और अन्य संरचनाओं पर प्रमुखता से लगाया गया है, जिससे मंदिर का रूप पूरी तरह से बदल गया है। श्रद्धालु इस परिवर्तन से खासे प्रभावित हो रहे हैं और इसका स्वागत कर रहे हैं।

सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए की गई तैनाती

कार्तिकेय मंदिर की बढ़ती लोकप्रियता और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए, प्रशासन ने सुरक्षा को एक प्रमुख प्राथमिकता बनाई है। मंदिर की सुरक्षा के लिए PAC (प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी) की तैनाती की गई है, जिससे किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। इसके अलावा, मंदिर परिसर में CCTV कैमरों की निगरानी भी की जा रही है, जिससे हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा सके।

इस कदम का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है, ताकि वे निश्चिंत होकर पूजा-अर्चना कर सकें। सुरक्षा में इन उपायों को लागू करने के बाद मंदिर क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना के होने की संभावना को कम किया जा सकता है।

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या

संभल का कार्तिकेय मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल बन चुका है, जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। खासतौर पर कार्तिक माह में इस मंदिर में भक्तों का तांता लगता है। मंदिर में आयोजित होने वाली पूजा-अर्चना और भव्य आयोजनों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है। इसी को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है।

संभल प्रशासन का निर्णय

संभल प्रशासन ने मंदिर के आसपास सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। मंदिर के मुख्य प्रवेश मार्गों पर सुरक्षा जांच की व्यवस्था की गई है और साथ ही सीसीटीवी के माध्यम से भी निगरानी की जा रही है। प्रशासन का मानना है कि इन कदमों से न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि किसी भी प्रकार के असामाजिक तत्वों के प्रवेश को भी रोका जा सकेगा।

निष्कर्ष

संभल के कार्तिकेय मंदिर का भगवा रंग में रंगना धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही, मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना भी प्रशासन की प्राथमिकता रही है। सीसीटीवी कैमरे और PAC की तैनाती से श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित वातावरण मिलेगा और उन्हें बिना किसी डर के अपनी धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इस कदम से ना सिर्फ मंदिर का माहौल और भी पवित्र और भव्य हुआ है, बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है।

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