समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25 दिसंबर। तमिलनाडु के राज्यपाल श्री आर.एन. रवि और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने आज वाराणसी के अस्सी घाट का दौरा किया। उन्होंने अस्सी घाट पर ‘सुबह-ए-बनारस’ में भाग लिया, जो उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है जिसे 2014 में वाराणसी की आत्मा को जानने और समझने के मकसद से शुरू किया गया था। उन्होंने 24 दिसंबर 2023 की शाम को काशी तमिल संगमम् II के एक भाग के रूप में आयोजित एक सांस्कृतिक समारोह में भाग लिया।
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि कैसे वह काशी तमिल संगमम्-2023 में भाग लेकर और अस्सी घाट पर काशी की आध्यात्मिक संस्कृति, संगीत और योग के उल्लेखनीय एकीकरण को देखकर मंत्रमुग्ध हो गईं। उन्होंने कहा कि भारत की दो समृद्ध संस्कृतियों के बीच अद्भुत समानता ने उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया है जो विविधता से भरपूर है फिर भी सांस्कृतिक सद्भाव के भावनात्मक बंधनों से जुड़ी हुई है। उन्होंने इस आयोजन की संकल्पना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया।
काशी तमिल संगमम् का दूसरा चरण 30 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगा। पिछले साल, काशी तमिल संगमम् का पहला चरण 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया था। इसमें लगभग 1400 (प्रत्येक 200 व्यक्तियों के 7 समूह) लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों से यात्रा करते हुए, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों, शिक्षकों, पेशेवरों, आध्यात्मिक और किसानों और कारीगरों के पांच बैच वाराणसी पहुंचे हैं। काशी प्रवास के दौरान वे अपने यात्रा कार्यक्रम के अनुसार प्रयागराज और अयोध्या भी जायेंगे।
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