केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने दिया इस्तीफा, ‘धर्मांतरण कार्यक्रम’ से जुड़े विवाद में जुड़ चुका है इनका नाम
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10अक्टूबर। दिल्ली की आप सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अंततः आज रविवार को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. उन्हें एक कार्यक्रम में भाग लेते देखा गया, जहां लोगों ने कई हिंदू देवताओं का बहिष्कार करने की शपथ ली थी.
दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने धर्मांतरण कार्यक्रम में उपस्थिति के कारण आलोचना का सामना करने के बाद पद से इस्तीफा दिया है.
बता दें कि दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम का एक ‘धर्मांतरण कार्यक्रम’ में कथित तौर पर शामिल होने से जुड़ा एक वीडियो सामने आने के बाद वह शुक्रवार को विवाद में घिर गए थे.
बीते शुक्रवार को वायरल हुए इस वीडियो में, कार्यक्रम में शामिल हजारों लोग बौद्ध धर्म अपनाने का संकल्प लेते और हिंदू देवी-देवताओं की निंदा करते सुने जा सकते हैं.. वीडियो शुक्रवार को वायरल होने के साथ ही बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निधाना साधते हुए उनसे गौतम को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की थी.
अपने इस्तीफे पर दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा, जिस तरह बीजेपी मेरी पार्टी और मेरे नेता को बदनाम करने की कोशिश कर रही है इससे मैं आहत हूं. समाज के हक के लिए जिस मजबूती से लड़ाई लड़नी चाहिए उसमें एक मंत्री के तौर पर बंदिश होती है, मैं आज अपने आपको मुक्त महसूस कर रहा हूं.
पूर्व मंत्री गौतम ने कहा, ये जो मुझे धमकी दे रहे हैं मैं इनसे डरता नहीं हूं मैं अपने समाज के लिए लड़ाई लडूंगा.
हालांकि, गौतम ने बयान जारी कर कहा कि वह बहुत धार्मिक व्यक्ति हैं और अपने कर्म तथा वचन से किसी देवता की सपने में भी आलोचना/निंदा नहीं कर सकते हैं. आम आदमी पार्टी (आप) या दिल्ली सरकार की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. बताया जा रहा था मुख्यमंत्री इसे लेकर समाज कल्याण मंत्री गौतम से ‘बेहद नाखुश’ थे. गौतम ने बयान में भाजपा पर उनके खिलाफ अफवाह फैलाने और दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया था और कहा कि भाजपा के प्रोपगैंडा के कारण जिनकी भावनाएं आहत हुई हैं, उनसे हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं.
AAP Minister Rajendra Pal Gautam who was spotted participating at an event, where people took an oath boycotting several Hindu Gods, resigns
(File picture of minister) pic.twitter.com/aezloNyIN6
— ANI (@ANI) October 9, 2022
गौतम ने उस दिन खुद ट्विटर पर इस कार्यक्रम की तस्वीरें साझा की थीं. उन्होंने कहा था कि 10,000 से अधिक लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाने और भारत को जातिवाद व छुआछूत से मुक्त कराने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया. कथित वीडियो में गौतम को कार्यक्रम में शामिल हुए अन्य लोगों के साथ मंच साझा करते देखा जा सकता है. उन्हें संकल्प लेने की मुद्रा में खड़े भी देखा जा सकता है. कार्यक्रम में यह संकल्प लिया गया, मैं कभी ब्रह्मा, विष्णु, महेश को नहीं मानूंगा, ना ही उनकी पूजा करूंगा. मैं कभी राम और कृष्ण को भगवान नहीं मानूंगा, ना कभी उनकी पूजा करूंगा. मैं गौरी, गणपति या हिंदू धर्म के किसी देवी-देवता को नहीं मानूंगा, ना ही उनकी पूजा करूंगा.
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