कनाडा में खालिस्तानी कट्टरपंथी मानव तस्करी और अवैध हथियारों का कारोबार कर रहे हैं: पूर्व भारतीय राजनयिक का आरोप

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 अक्टूबर। पूर्व भारतीय राजनयिक ने कनाडा में खालिस्तानी कट्टरपंथियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि ये समूह न केवल कट्टरपंथी गतिविधियों में संलिप्त हैं, बल्कि मानव तस्करी और अवैध हथियारों के कारोबार में भी लिप्त हैं। इन आरोपों ने कनाडा और भारत के बीच खालिस्तानी गतिविधियों के मुद्दे पर बढ़ते तनाव को और बढ़ा दिया है।

कनाडा में खालिस्तानी नेटवर्क का विस्तार

पूर्व भारतीय राजनयिक का दावा है कि कनाडा में खालिस्तानी कट्टरपंथियों का एक विस्तृत नेटवर्क काम कर रहा है, जो न केवल अलगाववादी विचारधारा को बढ़ावा देता है, बल्कि अपने आर्थिक लाभ के लिए अवैध गतिविधियों में भी संलिप्त है। इन कट्टरपंथी संगठनों का उद्देश्य केवल भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देना नहीं है, बल्कि वे तस्करी और अन्य गैरकानूनी माध्यमों से धन कमाने की कोशिश कर रहे हैं।

मानव तस्करी और अवैध हथियारों का नेटवर्क

पूर्व भारतीय राजनयिक का कहना है कि खालिस्तानी कट्टरपंथी मानव तस्करी में संलिप्त हैं, जिसमें खासकर भारतीय और अन्य एशियाई नागरिकों को अवैध तरीके से कनाडा और अन्य देशों में भेजा जा रहा है। इन गिरोहों का एक व्यापक नेटवर्क है, जिसमें विभिन्न देशों के साथ मिलकर अवैध हथियारों का व्यापार किया जा रहा है। उनके अनुसार, ये हथियार न केवल आपराधिक तत्वों के बीच बांटे जाते हैं, बल्कि आतंकवादी गतिविधियों में भी उपयोग किए जा रहे हैं।

कनाडा सरकार की स्थिति और भारत की चिंताएं

भारत ने कनाडा सरकार से खालिस्तानी गतिविधियों पर नकेल कसने का आग्रह किया है। कनाडा में इन कट्टरपंथी गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाने की मांग भारत लगातार करता आ रहा है। हालांकि, कनाडा में खालिस्तानी समर्थन के चलते वहां की सरकार पर राजनयिक दबाव के बावजूद स्थिति में सुधार की संभावना कम नजर आती है। कनाडा में खालिस्तानी कट्टरपंथियों का प्रभाव काफी मजबूत है, और उनके पास राजनीतिक समर्थन भी मौजूद है, जिससे स्थिति को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण बन गया है।

समुदाय में बढ़ती हिंसा और असुरक्षा

पूर्व राजनयिक के अनुसार, कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के लोगों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ी है। खालिस्तानी कट्टरपंथियों द्वारा भारतीय समुदाय के खिलाफ हिंसक गतिविधियों के बढ़ने की घटनाएं सामने आई हैं। इसके साथ ही, इन कट्टरपंथियों का धन और प्रभाव वहां के स्थानीय सामाजिक ढांचे को भी प्रभावित कर रहा है।

भविष्य की चुनौतियां

भारत और कनाडा के संबंधों में खालिस्तानी मुद्दे पर बढ़ते मतभेद से नई चुनौतियां उत्पन्न हो सकती हैं। अगर कनाडा सरकार खालिस्तानी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई नहीं करती है, तो यह भारत और कनाडा के रिश्तों में अवरोध पैदा कर सकता है। भारत ने स्पष्ट रूप से यह संकेत दिया है कि खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले संगठनों पर नकेल कसना दोनों देशों के संबंधों के लिए आवश्यक है।

निष्कर्ष

कनाडा में खालिस्तानी कट्टरपंथियों द्वारा मानव तस्करी और अवैध हथियारों का व्यापार गंभीर चिंता का विषय है। यह न केवल भारत-कनाडा के रिश्तों पर असर डालता है, बल्कि वहां रह रहे भारतीयों की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। भारत द्वारा इस मुद्दे पर उठाए गए कदमों से उम्मीद है कि कनाडा सरकार इस पर ध्यान देगी और खालिस्तानी कट्टरपंथियों पर कार्रवाई करेगी।

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