समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,6नवंबर। केदारनाथ गर्भ गृह का मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है. इस बार मामला उठाया है खानपुर (Khanpur) के विधायक उमेश कुमार (Umesh Kumar) ने. उमेश ने कहा है, ‘केदारनाथ जी में जो सोना लगा था, उसका सच ये है. वो पीतल की दीवारें, जिनका सोना अब उतरने लगा है. माफ़ी चाहूंगा मुझे ये सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए थे. लेकिन, जब हमारे आदरणीय बागेश्वर धाम वाले बाबा गर्भगृह की तस्वीरें अपने पेज से पूरे दुनिया को दिखाकर बाबा केदार की मर्यादा को भंग कर सकते है. तो, मैं बाबा के साथ किया धोखा क्यों नहीं दुनिया को दिखा सकता? जिसको मुझ पर एफआईआर करनी हो वो स्वतंत्र है. तस्वीरें ज़ूम करके देखियेगा और अपनी राय दीजियेगा.’
दरअसल, हाल ही में बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेन्द्र शास्त्री देहरादून आए थे. वहां उनका दरबार लगा और उसके बाद वो केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) आए, जहां उन्होंने बाबा केदारनाथ के दर्शन और पूजन किया. उसके बाद केदारनाथ के गर्भगृह से धीरेन्द्र शास्त्री की फोटो वायरल हो गई. जबकि, नियम ये है कि गर्भगृह की फोटो सोशल मीडिया पर डालना अपराध है.
इन लोगों के लिए कोई नियम कायदे कानून नहीं है
सब नियम कानून सीधी साधी बेवकूफ जनता के लिए हैं
गर्भ ग्रह में धीरेंद्र शास्त्री की फोटोग्राफी कैसे हो रही है??@BJP4UK @BKTC_UK pic.twitter.com/DSFdb2V8Y4— Garima Mehra Dasauni (@garimadasauni) November 5, 2023
कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि इनके लिए कोई नियम नहीं हैं ? क्या नियम केवल आम लोगों के लिए ही हैं ? सब नियम कानून सीधी साधी बेवकूफ जनता के लिए हैं ? गर्भ गृह में धीरेंद्र शास्त्री की फोटोग्राफी कैसे हो रही है?
केदारनाथ जी में जो सोना लगा था उसका सच ये है। ये है वो पित्तल की दीवारें जिनका सोना अब उतरने लगा है। माफ़ी चाहूँगा मुझे ये सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए थे लेकिन जब हमारे आदरणीय बागेश्वर धाम वाले बाबा गर्भ गृह की तस्वीरें अपने पेज से पूरे दुनिया को दिखाकर बाबा केदार की मर्यादा को भंग… pic.twitter.com/3JHY4dLcBO
— Umesh Kumar (@Umeshnni) November 6, 2023
बता दें कि पिछले साल केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह (Garbh Grih) को स्वर्णमंडित किया गया था. मुंबई (Mumbai) के एक व्यापारी ने 23 किलो सोना मंदिर समिति को दान किया था. इसके बाद केदारनाथ मंदिर की छत और दीवारों पर 550 सोने की प्लेटें मढ़ी गई थीं. गोल्ड प्लेटिंग का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) के दो अफसरों की निगरानी में हुआ था. लेकिन काम पूरा होने के कुछ समय बाद चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी (Santosh Trivedi) ने दान में मिले 23.78 किलो सोने के चोरी होने का आरोप लगा दिया.
Comments are closed.