जानिये कैसे पंकज चौधरी बने इन्जीनियर से आईपीएस

आईपीएस बनकर खोल डाली जैसलमेर में मुस्लिम धर्मगुरु गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट,बूंदी प्रायोजित दंगे को किया बेनक़ाब
आखिर खटके सरकारों की निगाहों में तो कर दिया बर्खास्त, लेकिन नहीं मानी हार, हौंसला इतना की अपनी दलीलों को रखते हुए फिर हो गये बहाल

डॉक्टर बिक्रम चौरसिया।
पंकज चौधरी का इन्जीनियर से IPS बनने का कांटेदार व संघर्ष का अनोखा सफ़र :
क्रिकेट बचपन से पसंदीदा खेल रहा ,जब वर्दी में जाने का निर्णय लिया उसके पीछे उत्तर प्रदेश में ज़िले के एसपी को कप्तान बोलते है पंकज क्रिकेट टीम के कप्तान बनते रहे ये एक आकर्षण का बिंदु था IPS बनने के लिए व प्रेरणा ।
प्रकृति का संजोग -एक तरफ़ पंकज चौधरी IPS ने दुबारा वर्दी पहनी और दूसरी तरफ़ दुर्दांत अपराधी व माफिया यूपी के चित्रकूट जेल में बंद मेराजद्दीन उर्फ़ मेराज अली की हत्या हो जाती है।बात वर्ष 2003 की है जब पंकज चौधरी जो पहले वाणिज्य मंत्रालय ,भारत सरकार में वरिष्ठ ऑडिटर पद पर कार्यरत थे, किसी अवकाश पर बनारस आए थे और उसी दौरान स्थानीय नगर निगम वाराणसी के एक धूर्त कर्मचारी ने जो बेहद कामचोर और मक्कार था और कॉलोनी की साफ़ सफ़ाई ठीक से नहीं करता था और करवाता था ।जिसको पंकज चौधरी ने बुलाकर समझाया था की उसकी ज़िम्मेदारी पूरे कॉलोनी की साफ़ सफ़ाई की है ना की सिर्फ़ किसी एक परिवार की है ।इसपर धूर्त कर्मचारी ने पास में रहने वाले माफिया मेराज अली को शिकायत की थी और माफिया मेराज अली ने उस समय पंकज चौधरी के पिता से गाली गलौज कर दिया था और अपमानित किया ।तब उसी वक्त इस घटना से विचलित होने के बाद पंकज चौधरी ने जल्द वर्दी में आने का संकल्प ले लिया था जो वर्ष 2009 में पूरा हुआ था और प्रकृति का अजीब संजोग देखे पंकज चौधरी उसी दिन दुबारा पुलिस की वर्दी में आते है और उधर माफिया मेराज अली मारा जाता है ।
ℹ️संघर्ष व वापसी माँ को समर्पित :
*पुलिस सेवा में पुनः वापसी माँ को समर्पित -आईपीएस पंकज चौधरी ,हाल ही में भारतीय पुलिस सेवा में पुनः बहाल हुए आईपीएस पंकज चौधरी ने ये पुनः वापसी अपनी दिवंगत माँ को समर्पित की हैं, अभी कुछ महीनों पूर्व पंकज चौधरी की माँ का देहांत हो गया था। चौधरी का कहना हैं कि वे अपनी माँ से बेहद प्रभावित थे, उन्होंने सब कष्ट उठाकर मुझे इस लायक बनाया, आज माँ जहा कही भी होगी वो बेहद खुश होंगी। वही चौधरी लोकसभा चुनाव में जोधपुर से सांसद प्रत्याशी रही अपनी पत्नी मुकुल चौधरी को इस कामयाबी का आधार स्तंभ मानते हैं, उनका कहना है कि मुश्किल भरे समय मे उनकी पत्नी ने कभी उन्हें हिम्मत नही हारने दी।वही अपने मित्रों और शुभचिंतको के बारे में कहा कि उनकी दुआओ और आशीर्वाद का फल है जो आज मुझे मिला है, इन सबका साथ और हौसला नित रोज उनमे नई चेतना और ऊर्जा का संचार करता था।ज्ञात रहे कि राजस्थान केडर के आईपीएस पंकज चौधरी राजस्थान के सबसे चर्चित पुलिस अधिकारी रहे हैं, सबसे पहले उनका नाम जैसलमेर में बतौर एसपी रहते हुए तत्कालीन कांग्रेस विद्यायक और वर्तमान में राज्य सरकार में मंत्री सालेह मोहम्मद के पिता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोलने से चर्चा में आया था, तब राज्य सरकार द्वारा उनका तबादला अन्यत्र कर देने से ये मुद्दा देश और दुनिया मे चर्चा का विषय बना था। उसके बाद भी कई बार वे विवादों में रहे।2 वर्ष पूर्व राज्य सरकार द्वारा उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया था, लेकिन कानूनी लड़ाई लड़के आईपीएस चौधरी ने पुनः पुलिस सेवा जॉइन की हैं।हिंदुस्तान टाइम्स से खास बातचीत में चौधरी ने बताया कि वे अपनी ईमानदारी और बेदाग कार्यशैली से ही देश की सेवा करेंगे।उनके लिए हमेशा देशहित सर्वोपरि रहेगा।लगभग दो वर्षों बाद गौरवशाली वर्दी को पहनने का सुअवसर प्राप्त हुआ।14 मई अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त व शुभ अवसर पर अपनी प्यारी वर्दी को धारण किया है।समस्त साथियों, शुभचिंतकों व मित्रों का हार्दिक आभार जिन्होंने इस पल को रोमांचित और अभूतपूर्व बना दिया है ।पूरे राजस्थान व देश के कई अन्य भागों से तमाम शुभचिंतकों का संदेश,स्नेह व प्यार मिला।मेरी ज़िम्मेदारी और दायित्व अब पहले से ज़्यादा है उम्मीद करता हूँ सभी के विश्वास व अपेक्षा पर खरा उतरूँ।

ℹ️धर्मपत्नी मुकुल चौधरी का सफलता में रहा अहम व निर्णायक रोल:
पत्नी मुकुल चौधरी ने विषम परिस्थितियों में दिया सपोर्ट ,संघर्ष में दिया साथ ।मुकुल ने कोर्ट से लेकर घर की जिम्मेदारी का किया आत्मसात् और बेहतर निर्णय ने किया जीत का मार्ग प्रशस्त।माननीय इलाहाबाद हाईकोर्ट , प्रधान पीठ कैट नईदिल्ली , दिल्ली हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट सभी जगह मुकुल चौधरी ने किया हर फ़ाइल व केस पर फ़ोकस और बेहतर अधिवक्ता व टीम से किया न्याय का सफ़र ।
कठिन समय में ईश्वर से माँगा राहत और आध्यात्मिक अनुभव व गुरु के आशीर्वाद से पूरा किया लक्ष्य ।माँ के निधन के उपरांत पंकज निराश हो गए और टूटने लगे इस दौरान बाबा नीब करौरी ने इस परिवार पर अपना आशीर्वाद बनाया और मुकुल चौधरी की बाबा में असीम आस्था ने चमत्कार कर दिया और बाबा ने मात्र 6 महीनों में हर मोर्चे पर विजय दिला दिया।
⬆️युवा मानते हैं पंकज चौधरी को रोल मॉडल :
देश सर्वोपरि सिखाने वाले युवाओं के मार्गदर्शक IPS पंकज चौधरी पुनः मैदान में उतरे है ,याद रखना सत्य परेशान हो सकता है पर पराजित नहीं ′′ सत्यमेव जयते ′′ भारतीय पुलिस सेवा में आग के सितारे की तरह पुनः सुशोभित 2009 बैच के पंकज चौधरी जी से सीखना चाहिए ईमानदारी के बल पर कैसे हँसते हुए बड़ी से बड़ी मुसीबतों के पहाड़ों को हराया जाता है।लगन,जज़्बा ,सच्चे मित्र,ईमानदारी,सच्ची देशभक्ति, न जाति ,न धर्म, न क्षेत्र, देश सर्वोपरि,सच्चाई की भावना है ।

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