समग्र समाचार सेवा
कोलकत्ता, 27सितंबर। कोलकाता में एक उपचुनाव प्रचार के दौरान कथित झड़प में कई भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए. भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा, “सीएम ममता बनर्जी सहित टीएमसी सरकार असहिष्णु है, हमें प्रचार करने की अनुमति नहीं दे रही है. टीएमसी के गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया, उन्हें पीटा। आप 30 सितंबर को वोट देने से पहले खुद फैसला करें किसे वोट देना है..” गौरतलब है कि भवानीपुर विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सोमवार को दक्षिण कोलकाता क्षेत्र में 30 सितंबर को होने वाले चुनाव से पहले तनाव बढ़ गया।
यहां तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को कथित तौर पर शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, जब वह प्रियंका टिबरेवाल के लिए प्रचार कर रहे थे. यहां हालात इतने बिगड़ गए कि इलाके में बंदूकें भी तन गईं. बता दें कि टिबरेवाल ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं. ये घटना भवानीपुर इलाके में जादूबाबर बाजार (जादू बाबू का बाजार) के पास हुई जहां तृणमूल समर्थकों ने घोष का रास्ता रोक दिया और उन्हें सड़क के किनारे धकेल दिया. समर्थकों ने भाजपा के “जय श्री राम” का मुकाबला करने के लिए ममता बनर्जी द्वारा गढ़ा गया एक नारा “जॉय बांग्ला” देना शुरू कर दिया और वापस जाने के लिए चिल्लाने लगे।
इस दौरान घोष के निजी सुरक्षा गार्डो और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के बीच हाथापाई हुई और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहरेदारों को बंदूक तानते देखा गया. घोष को घेर लिया गया और वहां से ले जाया गया. हाथापाई में एक भाजपा समर्थक घायल हो गया. मीडिया से बात करते हुए, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोष ने कहा, “देखो यह पश्चिम बंगाल की स्थिति है. वे किसी को भी प्रचार करने की अनुमति नहीं देंगे. मुझे धक्का दिया गया और पीटा गया क्योंकि मैं हमारे उम्मीदवार का यहां प्रचार के लिए आया था. राज्य में कोई लोकतंत्र नहीं है. हम इस घटना के खिलाफ एक औपचारिक शिकायत करेंगे।”
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