पनौती शब्द पर सियासी बयानबाजी तेज, अब सांसद संजय राउत ने किया पनौती शब्द का प्रयोग

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24नवंबर। पनौती शब्द पर सियासी बयानबाजी के बीच उद्धव गुट के शिवसेना सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि 2014 से इस देश को पनौती की पीड़ा शुरू हो गई थी. उन्होंने कहा कि हम ये किसी व्यक्ति के बारे में नहीं बोल रहे हैं. बीजेपी को ये दिल पर नहीं लेना चाहिए. पनौती शब्द पूरे देश में इस्तेमाल होता है.खासकर जो खुद को हिंदुत्ववादी समझते हैं उन्हें पनौती शब्द से नफरत नहीं होनी चाहिए. हिंदुत्व कोष में पनौती शब्द का बहुत महत्व है. आप बनारस जाइए और समझ लीजिए कि पनौती शब्द का मतबल क्या है. बाद में FIR का काम कर लीजिए. संजय राउत ने कहा कि इस देश को 2014 से पनौती लगी है.यह 2024 में पनौती खत्म हो जाएगी.

संजय राउत ने पनौती के बारे में बताते हुए कहा कि कभी शनि की साढ़े साती लगती है उसके बाद पनौती लगती है. फिर छोटी पनौती लगती है.ये सब हिंदुत्व की संकल्पना है.जो लोग खुद को हिंदुत्ववादी मानते हैं उन्हें पनौती शब्द का विश्लेषण और अभ्यास करना चाहिए.

पनौती शब्द पर अपना ज्ञान देते हुए संजय राउत ने यह नहीं बताया कि वह किसे कह रहे हैं लेकिन अगर उनका इशारा बीजेपी या भाजपा के किसी नेता पर है तो उन्हें याद रखना चाहिए कि साल 2014 में लोकसभा चुनाव शिवसेना ने बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था और केंद्र सरकार में उसके सांसद मंत्री भी बनाए गए थे. इसके बाद वह बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव भी लड़ी. बड़ी जीत दर्ज करने के बाद शिवसेना बीजेपी से मुख्यमंत्री पद को लेकर मतभेद कारण अलग हो गई और कांग्रेस एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई. बता दें कि साल 2014 से बीजेपी केंद्र की सत्ता में है. साल 2024 में लोकसभा चुनाव प्रस्तावित है.

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