लद्दाख हादसा: गाडी नदी में गिरने से पहले ही कूद गया था ड्राइवर अहमद शाह, 28 मई को दर्ज हुई एफआईआर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31मई। लद्दाख में हुए बस हादसे में 7 जवानों के बलिदान से पूरा देश गम में है। अब इस मामले में मानों ऐसा लग रहा है कि यह हादसा नहीं एक साजिश है। दरअसल मामले में अब कई खुलासे हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस मामले में ड्राइवर संदेह के घेरे में आ गया है। अब मिल रहे तथ्यों से यह लग रहा है कि इस मामले में ड्राइवर ने जानबूझ कर यह साजिश रची थी।

अब इस मामले में बस ड्राइवर अहमद शाह पर मामला दर्ज किया गया है। यह मामला 28 मई को दर्ज हुआ है। बताया जा रहा है कि ड्राइवर अहमद शाह अंतिम मौके पर बस से बाहर कूद गया था। इस हादसे में 7 जवान बलिदान हुए थे जबकि 19 सैनिक घायल हो गए थे।

 

ड्राइवर अहमद शाह पर धारा 337 अपनी हरकतों से किसी का जीवन खतरे में डालना, 304-A लापरवाही के चलते मृत्यु और 279 गलत तरीके से गाडी चलाना आईपीसी के तहत केस दर्ज हुआ है। यह केस लेह के नुब्रा थाने में दर्ज हुआ है। दुर्घटना हनीफ सेक्टर में हुई थी जो थोसे से 25 किलोमीटर की दूरी पर है। जैसे ही बस खाई में गिरने लगी, ड्राइवर अहमद शाह ने बाहर छलाँग लगा दी थी।

आँकड़ों के मुताबिक जिस वाहन से सैनिकों को ले जाया जा रहा था वह स्वराज माजदा मिनी बस थी। सफेद और लाल रंग की वह दुर्घटनाग्रस्त बस लगभग 13 साल पुरानी थी। बस के मालिक का नाम मोहम्मद इब्राहिम है। मोहम्मद इब्राहिम के अब्बा का नाम गुलाम हैदर है। बस लेह RTO ऑफिस द्वारा रजिस्टर्ड है। सैनिको को ले जा रही उस बस का फिटनेस भी मार्च- 2020 में खत्म हो चुका था।

Comments are closed.