समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21जुलाई। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने एक अगस्त को एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सिंगापुर यात्रा के आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. इस बीच दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनकी सरकार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सिंगापुर यात्रा के लिए राजनीतिक अनुमति मांगने के वास्ते अब सीधे विदेश मंत्रालय का रुख करेगी.
उपराज्यपाल ने केजरीवाल को अगले महीने सिंगापुर में होने वाले विश्व शहर सम्मेलन में भाग नहीं लेने की सलाह दी और कहा कि यह महापौरों का सम्मेलन है और एक मुख्यमंत्री के लिए इसमें भाग लेना ठीक नहीं होगा.
सूत्रों ने कहा कि सक्सेना केजरीवाल की यात्रा के प्रस्ताव को वापस लौटाते हुए कहा कि सम्मेलन में शहरी शासन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी, जिनपर दिल्ली सरकार के अलावा दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) जैसे विविध निकाय काम करते हैं.
उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के पास विशेष अधिकार नहीं है और एक मुख्यमंत्री के लिए इसमें शामिल होना ‘अनुचित’ होगा उपराज्यपाल ने कहा कि इस तरह के सम्मेलन में मुख्यमंत्री के शामिल होने से गलत नजीर बनेगी.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सिंगापुर यात्रा के लिए राजनीतिक अनुमति मांगने के वास्ते अब सीधे विदेश मंत्रालय का रुख करेगी. उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना द्वारा केजरीवाल को सिंगापुर में विश्व नगर सम्मेलन में शरीक नहीं होने की सलाह दिए जाने के बाद सिसोदिया का यह बयान आया है.
सिसोदिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, उपराज्यपाल ने केजरीवाल को सम्मेलन में शरीक नहीं होने की सलाह दी क्योंकि यह महापौरों का सम्मेलन है. अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री पूर्व में इस सम्मेलन में शरीक हुए हैं. यहां तक कि प्रधानमंत्री भी राज्य से जुड़े मुद्दों के लिए जाते हैं. यह ओछी राजनीति है. हम अब राजनीतिक अनुमति के लिए सीधे विदेश मंत्रालय का रुख करेंगे और हमें उम्मीद है कि वे हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लेंगे.
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