समग्र समाचार सेवा
भोपाल, 6सितंबर। मध्यप्रदेश सरकार ने एमबीबीएस के सेलब्स में RSS और हेडगेवार की जीवनी को भी शामिल कर दिया है। जिसके लेकर राज्य की राजनीति भी गर्म हो गई। जहां एक तरफ अब राज्य सरकार ने MBBS करने वाले छात्रों को RSS के संस्थापक हेडगेवार और दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को पढ़ाने का फैसला किया है तो विपक्षी दल इसे अपनी विचारधारा को दूसरे पर थोपने का आरोप लगा रहे है।
जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज छात्रों के फाउंडेशन कोर्स में इसी सत्र से इन विषयों को जोड़ा जा रहा है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए आरोप लगाए हैं की बीजेपी अब पढ़ाई में भी अपनी विचारधारा थोप रही है।
दरअसल चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि डॉक्टरी की पढ़ाई में एथिक्स का पाठ पढाना ज़रूरी है। डॉक्टर्स में वैल्यूस होनी चाहिए, डॉक्टर हेडगेवार देश को समर्पित थे, आजादी में अहम योगदान दिया। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि नए कोर्सेस में अरविंद चरक, स्वामी विवेकानंद, दीनदयाल उपाध्याय, बीआर अम्बेडकर का पाठ भी बढ़ाया जाएगा। आपको बता दें की सारंग ने इसके लिए 25 फरवरी को इसके लिए एक नोटशीट विभाग के अफसरों को भेजी थी। इस विषय के बारे में सुझाव मांगने के लिए 5 सदस्यों की कमेटी भी बनाई गई थी। इसी आधार पर विचारों के सिद्धांत, जीवन दर्शन के महत्व वाले विषयों को फाउंडेशन कोर्स में शामिल किया गया है। ये सभी लेक्चर मेडिकल एथिक्स टॉपिक का हिस्सा होंगे। बता दें कि MBBS की पढ़ाई में भी RSS और हेडगेवार की शिक्षा देने वाला मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य होगा। प्रदेश में करीब 2000 अंडर ग्रेजुएट छात्र MBBS में हर वर्ष एडमिशन लेते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि भाजपा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर अपनी विचारधारा को थोपने का प्रयास वर्षों से कर रही है और यह भी उसी एजेंडा का हिस्सा है। देश में कई ऐसे महापुरुष हुए हैं, जिनका आजादी की लड़ाई से लेकर देश के विकास, देश हित में महत्वपूर्ण योगदान है।
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