मध्यप्रदेश में शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर है, 24 घण्टे बिजली उपलब्ध है और पर्याप्त भूमि और प्रशिक्षित मैनपावर है- सीएम शिवराज सिंह चौहान

 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुंबई में 'मध्य प्रदेश में निवेश के अवसर' पर संवाद सत्र में सहभागिता की

समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 10नवंबर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुंबई में ‘मध्य प्रदेश में निवेश के अवसर’ पर संवाद सत्र में सहभागिता की। इस अवसर पर औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं उद्योगपति उपस्थित रहे। मध्यप्रदेश तीव्र गति से बढ़ता हुआ राज्य है। इस साल करेंट प्राइजेज पर हमारी ग्रोथ रेट 19.67 % है। मध्यप्रदेश का देश की जीएसडीपी में पहले योगदान था 3.6 प्रतिशत और अब बढ़कर 4.6 % हो गया है। यह कहते हुए मुझे प्रसन्नता है कि बेरोजगारी की दर देश के किसी राज्य में सबसे कम है, तो वह राज्य मध्यप्रदेश है। हमारे यहां बेरोजगारी दर 0.8 प्रतिशत है। हमने बेरोजगारी दूर करने के लिए कई उपाय किये हैं।

सीएम चौहान ने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि मध्यप्रदेश में शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर है। 3 लाख किमी सड़कें हमने बनाई हैं। 24 घण्टे बिजली उपलब्ध है और पर्याप्त भूमि और प्रशिक्षित मैनपावर है। मध्यप्रदेश जनसंपदा, खनिज संपदा व प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर राज्य है। हमने अपने जंगल भी सुरक्षित रखे हैं, यहाँ 30% फॉरेस्ट कवर है। मध्यप्रदेश आपको ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए इनवाइट कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कोविड के दौरान कहा कि आपदा को अवसर में बदलो, आत्मनिर्भर भारत बनाओ। हमने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बनाया।

मध्यप्रदेश में टेक्सटाइल की पॉलिसी ऐसी है कि लोग खिंचे चले आते हैं। रेडीमेड गारमेंट्स के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में अनेक कंपनियां काम कर रही हैं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के चार प्रमुख स्तंभ है-इन्फ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ-एजुकेशन, गुड गवर्नेंस और अर्थव्यवस्था व रोजगार। मध्यप्रदेश की प्रगति व विकास के लिए, रोजगार के नए अवसरों का सृजन करने के लिए, मध्यप्रदेश की संभावनाओं का सम्पूर्ण दोहन करने के लिए आज मैं आपको आमंत्रित कर रहा हूं। हमने निश्चय किया है कि भारत को $5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने के लिए 2026 तक मध्यप्रदेश बनेगा $550 बिलियन की इकोनामी। मध्यप्रदेश पहला टाइगर स्टेट था, फिर लेपर्ड स्टेट बना। अब हम चीता स्टेट भी हो गए हैं। मध्यप्रदेश वल्चर स्टेट भी है, हमने गिद्धों को भी सुरक्षित रखा है।

फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में अनंत संभावनाएं हैं। रेडीमेड गारमेंट के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। आईटी सेक्टर में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हमारी नीतियां ऐसी हैं कि लोग खिंचे चले आते हैं। मध्यप्रदेश पावर सरप्लस स्टेट है। हम पानी से भी बिजली बनाते हैं और पानी पर भी बिजली बनाते हैं। ओंकारेश्वर बांध में हम सोलर पैनल बिछाकर 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने वाले हैं। ओंकारेश्वर डैम में सोलर पैनल बिछाकर हम 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने वाले हैं। हमारे पास उद्योगों के लिए पावर की कमी नहीं है।सिंगापुर के सहयोग से हमने भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क बनाया। आज की जरूरतों के हिसाब से हम अपने बच्चों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में आईआईटी और आईआईएम हैं। भोपाल में हमने सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क बनाया है। हम आपके साथ मिलकर ऐसी योजना बना लेंगे कि हम वहीं ट्रेंड करके लोगों को काम दे सकें। मध्यप्रदेश में हमने मॉडल आईटीआई बनाई हैं तथा आधुनिक जरूरतों के मुताबिक अपने बच्चों को ट्रेंड किया है। मध्यप्रदेश में हमारी बेटियां भी 24 घंटे काम करती हैं। चंबल के बीहड़ों में जहां पहले डाकू हुआ करते थे, वहां हम अटल एक्सप्रेस वे बना रहे हैं, इंडस्ट्रियल टाउनशिप बन रहा है। लगभग 950 किमी का नर्मदा एक्सप्रेस बन रहा है।

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