मध्य प्रदेश पुलिस ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले में रंगनाथन को हिरासत में लिया

समग्र समाचार सेवा
भोपाल, 9 अक्टूबर: मध्य प्रदेश पुलिस ने जानलेवा कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए श्रीसन मेडिकल्स के मालिक रंगनाथन को हिरासत में लिया है। इस कदम के बाद गहन पूछताछ जारी है, क्योंकि कथित तौर पर दूषित कफ सिरप पीने से राज्य में 21 बच्चों की जान चली गई थी।

इस गंभीर घटना के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश में विशेष एसआईटी टीम का गठन किया था। टीम की जांच और सूचना के आधार पर रंगनाथन की गिरफ्तारी संभव हो सकी। पुलिस ने पहले ही फरार आरोपियों की पहचान पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया था, जो गिरफ्तारी में मदद करने वालों को दिया जाएगा।

मध्य प्रदेश सरकार ने इस मामले में तमिलनाडु सरकार की भूमिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं। स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि 21 बच्चों की मौत दूषित कफ सिरप के कारण हुई और इसके लिए तमिलनाडु सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है। उन्होंने बताया, “यह तमिलनाडु सरकार की जिम्मेदारी थी कि राज्य से बाहर भेजी जाने वाली दवाओं की जांच हो। मध्य प्रदेश सरकार अपने स्तर पर राज्य में आने वाली दवाओं की रैंडम जांच करती है, लेकिन यह सिरप उस सैंपलिंग में शामिल नहीं हो पाया।”

तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने भी जानकारी दी कि 3 अक्टूबर को दवा नियंत्रक द्वारा लिए गए सैंपल की लैब रिपोर्ट में कोल्ड्रिफ कफ सिरप मिलावटी पाया गया। रिपोर्ट के बाद कंपनी को तत्काल उत्पादन बंद करने के आदेश दिए गए थे। यह फैक्ट्री कांचीपुरम जिले के सुंगुवरचत्रम क्षेत्र में स्थित है और पिछले 14 वर्षों से कोल्ड्रिफ सिरप का निर्माण कर रही थी।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा और दवा विनियमन की प्रक्रियाओं में गंभीर कमियों को उजागर किया है। एसआईटी की जांच से न केवल अपराधियों की पहचान होगी, बल्कि यह भी स्पष्ट होगा कि किस स्तर पर नियामकीय और प्रशासनिक लापरवाही हुई।

मध्य प्रदेश पुलिस की यह कार्रवाई कानून के प्रति गंभीर रुख और दोषियों को सजा दिलाने के प्रयासों को दर्शाती है। वहीं, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश सरकारों के बीच चल रही जिम्मेदारी की बहस इस मामले को और राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख बना रही है।

रंगनाथन की गिरफ्तारी और जांच के आगे के परिणाम बच्चों की जान लेने वाली इस त्रासदी के न्यायपूर्ण समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माने जा रहे हैं।

 

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