कैश फॉर क्वेरी मामलें में महुआ मोइत्रा ने लोकसभा से निष्कासन के बाद सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11दिसंबर। तृणमूल कांग्रेस पार्टी की नेता महुआ मोइत्रा ने संसद से निष्कासन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. निष्कासन के खिलाफ अदालत में याचिका दाखिल की. आपको बता दें, 8 दिसंबर यानी शुक्रवार को, लोकसभा ने संसद सदस्य (सांसद) के रूप में उनकी अयोग्यता के लिए एक एथिक्स कमेटी की सिफारिश के मद्देनजर मोइत्रा को संसद से निष्कासित करने का एक प्रस्ताव पारित किया. एथिक्स कमेटी की सिफारिश और रिपोर्ट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत के बाद आई, जिन्होंने आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने संसद में कुछ प्रश्न पूछने के बदले में पैसे लिए थे.

महुआ पर क्या आरोप लगे?
महुआ पर आरोप लगा कि उन्होंने उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से महंगे उपहार के एवज में उनकी तरफ से संसद में सवाल पूछे थे. इतना ही नहीं, उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने संसदीय लॉग इन आईडी और पासवर्ड को भी हीरानंदानी को बता रखा था ताकि वो सीधे सवाल पूछ सकें.

मामले को बीजेपी सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली एथिक्स कमेटी देख रही थी. कमेटी ने 9 नवंबर की बैठक में मोइत्रा को ‘पैसे लेकर सदन में सवाल पूछने’ के आरोपों में लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश वाली रिपोर्ट को स्वीकार किया था. कमेटी के 6 सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था.

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