डोमिनिकन रिपब्लिक में बड़ा हादसा: नाइटक्लब की छत गिरने से 98 लोगों की मौत, 160 से अधिक घायल

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,9 अप्रैल।
डोमिनिकन रिपब्लिक की राजधानी सांतो डोमिंगो में सोमवार देर रात एक भयानक हादसे ने सैकड़ों लोगों की जिंदगियों को झकझोर कर रख दिया। शहर के एक लोकप्रिय नाइटक्लब की छत अचानक गिर गई, जिसमें अब तक 98 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 160 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

स्थानीय समयानुसार रात करीब 11:45 बजे यह हादसा उस समय हुआ जब क्लब में एक लाइव म्यूज़िक शो चल रहा था और सैकड़ों लोग मौजूद थे। चश्मदीदों के मुताबिक, अचानक तेज़ आवाज़ के साथ छत का एक बड़ा हिस्सा ढह गया और वहां मौजूद लोग मलबे में दब गए।

हादसे के वक्त क्लब में मौजूद एक व्यक्ति ने बताया:
“हम नाच रहे थे, तभी अचानक लगा जैसे भूकंप आ गया हो, और देखते ही देखते छत गिर गई। हर तरफ चीख-पुकार मच गई।”

हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। फायर ब्रिगेड, आपातकालीन सेवाएं और सेना के जवान घटनास्थल पर पहुंचकर मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुट गए। अधिकारियों ने बताया कि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।

घायलों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। चिकित्सा व्यवस्था को तुरंत मजबूत किया गया है, और खून दान की अपील की जा रही है।

डोमिनिकन रिपब्लिक के प्रधानमंत्री लुइस एबिनाडर ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा:
“यह हमारे देश के लिए एक अत्यंत दुखद दिन है। हम पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं और घायलों को हरसंभव सहायता दी जाएगी।”

उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और नाइटक्लब के मालिकों से जवाब-तलबी शुरू हो चुकी है।

प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, छत की संरचना में गंभीर खामियां थीं। बताया जा रहा है कि क्लब की इमारत पिछले साल ही पुनःनिर्मित की गई थी, लेकिन निर्माण सामग्री और डिज़ाइन को लेकर कई अनियमितताएं थीं। विशेषज्ञों की एक टीम इस पूरे मामले की तकनीकी जांच कर रही है।

इस भीषण हादसे पर दुनिया भर से संवेदनाएं आ रही हैं। संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, भारत, और कई अन्य देशों ने दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है।

सांतो डोमिंगो की यह त्रासदी सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि मानव लापरवाही का एक और उदाहरण बनकर सामने आई है। जहां एक ओर लोग मनोरंजन के लिए क्लबों में जाते हैं, वहीं प्रशासन और प्रबंधन की लापरवाही उनका जीवन छीन लेती है।

इस हादसे ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है — क्या सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा सिर्फ एक कागजी औपचारिकता बनकर रह गई है?

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