समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19अक्टूबर। मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नये अध्यक्ष चुने गए हैं, उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को पराजित कर जीत हासिल कर ली है. सुबह 10 बजे के बाद से चली वोटों की गिनती दोपहर 1.30 तक चलती रही. जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव के नतीजे आज घोषित कर दिए गए हैं. वोटों की गिनती एआईसीसी मुख्यालय में हुई. कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में अध्यक्ष पद के लिए इस बार छठी बार चुनाव हुआ है और 24 साल बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब कांग्रेस को गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिला है.
नए अध्यक्ष के सामने चुनौतियों की लंबी फेहरिस्त है. नि:संदेह इसमें कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने के सिलसिले पर ब्रेक लगाना सबसे मुश्किल चुनौती है. बुधवार को मतगणना के बाद नए कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित होना तय माने जा रहे मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए अपने नेतृत्व के प्रति विश्वास का भाव पैदा किए बिना पार्टी संगठन की राजनीतिक क्षमता में उम्मीदों का पंख लगाना आसान नहीं होगा.
चुनाव रिजल्ट से पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत दिल्ली पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर मीडिया से कहा कि अनुभव का कोई विकल्प नहीं है. मल्लिकार्जुन खड़गे का लंबा अनुभव है. शशि थरूर के पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव है… जो भी जीते, जीत कांग्रेस की होगी. कांग्रेस को मजबूत करने के लिए सब साथ मिलकर काम करेंगे.
मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के सबसे सीनियर नेताओं में से एक हैं. उनकी उम्र 80 साल है और कई दशकों से वो सक्रिय राजनीति में हैं. खड़गे को गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता है. खड़गे कर्नाटक के बीदर से आते हैं. उन्होंने बीए और एलएलबी की पढ़ाई की है और पेशे से वकील भी रह चुके हैं. खड़गे सबसे पहले 1969 में कर्नाटक के गुलबर्ग सिटी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. इसके बाद 1972 में पहली बार चुनकर विधानसभा गए. तब से लेकर 2009 तक वो कुल 9 बार विधायक रहे. 1976 में वो पहली बार कर्नाटक में कैबिनेट मंत्री बने. खड़गे को 1988 में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. 2005 में वो कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने. इसके बाद वो तमाम बड़े पदों पर रहे.
Comments are closed.