समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 28 अप्रैल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को उकसाने वाले एक कदम में कूच बिहार पुलिस से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर से अधिक की अनुमति नहीं देने को कहा है। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि बीएसएफ गांवों में प्रवेश कर रही है और लोगों की पिटाई कर रही है और उन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा के दूसरी तरफ फेंक रही है।
पुलिस को ममता ने दिए सख्त निर्देष
मुख्यमंत्री ने राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आभासी बैठक में कहा, “बीएसएफ को राज्य में अंतरराष्ट्रीय सीमा से परे 50 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति न दें क्योंकि वे गांव में प्रवेश कर रहे हैं, लोगों को मार रहे हैं और उन्हें दूसरी तरफ फेंक रहे हैं। बीएसएफ को राज्य पुलिस को विश्वास में लेने के लिए कहें।”
केंद्र सरकार ने बीएसएफ को दी थी शक्तियां
केंद्र सरकार ने पिछले साल सीमा सुरक्षा बल को पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर की पिछली सीमा से 50 किलोमीटर के भीतर तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी करने के लिए अधिकृत करने के लिए बीएसएफ अधिनियम में संशोधन किया था। संशोधन ने संबंधित राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में बीएसएफ और राज्य पुलिस की भूमिका को लेकर राजनीतिक खींचतान शुरू कर दी थी।
ममता ने केंद्र से 11 अक्टूबर 2021 को पारित आदेश को वापस लेने को कहा
पंजाब और पश्चिम बंगाल सरकारों ने पिछले साल नवंबर में पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर करने के केंद्र के फैसले के खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किया था। उन्होंने केंद्र सरकार से 11 अक्टूबर 2021 को पारित आदेश को वापस लेने को कहा है।
ममता और केंद्र कई बार आ चुके हैं आमने-सामने
आपको बता दें कि केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकारें पिछले कई वर्षों से विभिन्न मुद्दों विशेषकर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर आमने-सामने हैं। ममता बनर्जी ने राज्य पुलिस के साथ एक बैठक में यहां तक दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी है, लेकिन मीडिया के कुछ वर्ग जानबूझकर गलत सूचना फैला रहे हैं।
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