मन की बात: प्रतिभा, निष्ठा, दृढ़ निश्चय और खेल भावना एक साथ मिलते हैं, तब जाकर कोई चैंपियन बनता है- पीएम मोदी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 जुलाई से जापान के टोक्यो में शुरू होने वाले खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए देशवासियों से उनका उत्साहवर्धन करने का आह्वान किया। उन्होंने लोगों से रोड टू ओलंपिक प्रतियोगिता में भी हिस्सा लेने को कहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 78वें संस्करण को संबोधित करते हुए कहा कि जब प्रतिभा, निष्ठा, दृढ़ निश्चय और खेल भावना एक साथ मिलते हैं, तब जाकर कोई चैंपियन बनता है। टोक्यो जा रहे हमारे ओलिंपिक दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिनका जीवन बहुत प्रेरित करता है।

टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे प्रवीण जाधव, नेहा कुमारी और दीपिका आदि का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों का सोशल मीडिया पर #cheer4india के साथ इन खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देकर मनोबल बढ़ाने का आह्वान किया।

उन्होंने देशवासियों से रोड टू ओलंपिक प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का भी आह्वान किया। मोदी ने 1964 में भारत को ओलंपिक पदक दिलाने वाले मिल्खा सिंह को याद करते हुए कहा कि उनके जैसे लीजेंडरी एथलीट को कोई भूल नहीं सकता।

उल्लेखनीय है कि खेलों का महाकुंभ यानी ओलंपिक हर चार साल पर होता है लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020 में इसका आयोजन नहीं हो सका। अब साल भर की देरी से जापान के टोक्यो में इसका आयोजन होने जा रहा है। इसकी शुरुआत 23 जुलाई से होगी औरआठ अगस्त को इसका समापन होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”बात टोक्यो ओलंपिक की हो रही हो, तो भला मिल्खा सिंह जी जैसे महान एथलीट को कौन भूल सकता है! कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया. जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था. बात करते हुए मैंने उनसे आग्रह किया था. मैंने कहा था कि आपने तो 1964 में टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, इसलिए इस बार जब हमारे खिलाड़ी, ओलंपिक के लिए टोक्यो जा रहे हैं, तो आपको हमारे एथलीट का मनोबल बढ़ाना है, उन्हें अपने संदेश से प्रेरित करना है.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में श्रीनगर के तारिक अहमद पतलू के काम को सराहा है। तारिक ने कोरोना को हराने और डल झील इलाके के लोगों की मदद के लिए एक एंबुलेंस बनाई है। इस शिकारा एंबुलेंस में पीपीई किट, स्ट्रेचर और व्हीलचेयर की सुविधा है। कोरोना संक्रमण के दौरान पेश आने वाली परेशानियों के कारण तारिक ऐसा कदम उठाने के लिए प्रेरित हुए। तारिक ने कहा कि मुझे अपने काम पर गर्व है। मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद हम सभी को राहत मिलेगी।

बता दें कि श्रीनगर की डल झील इलाके में एक अच्छी ख़ासी आबादी भी है जो यहां रहती है। लेकिन लोगों को परेशानी का सामना तब करना पड़ता है जब कोई बीमार होता है। ऐसे में झील निवासियों को बड़ी मुश्किल से अपने मरीज़ को शिकारे के सहारे किनारे तक लाना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए तारिक अहमद पतलू ने बीते साल अपने परिवार और दोस्तों की सहायता से डल झील में शिकारा एंबुलेंस सेवा शुरू करने का फैसला किया था।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”जो लोग वैक्सीन को लेकर अफवाह फैला रहे हैं, उन्हें रहने दें. हम सभी अपना काम करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि हमारे आसपास के लोगों का टीकाकरण हो. COVID-19 का खतरा बना हुआ है और हमें टीकाकरण पर ध्यान देने के साथ-साथ COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. मैं आप सभी से आग्रह करता हूं- विज्ञान पर भरोसा करें. हमारे वैज्ञानिकों पर भरोसा करें. इतने लोगों ने वैक्सीन ले ली है. आइए हम वैक्सीन से संबंधित नकारात्मक अफवाहों पर कभी विश्वास न करें”

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