पाकिस्तान में फिर दिखा मसूद अजहर: कश्मीर पर जहर उगला, हक्कानी के कश्मीर ड्रीम पर किया दावा, अफगान गृह मंत्री ने दी सफाई

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,5 दिसंबर।
पाकिस्तान में एक बार फिर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर चर्चा में है। अजहर ने हाल ही में एक ऑडियो संदेश जारी किया, जिसमें उसने कश्मीर पर विवादित बयान देकर जहर उगला। उसने तालिबान के वरिष्ठ नेता और अफगान गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के कश्मीर संबंधी सपनों का दावा किया। इस बयान ने भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है।

मसूद अजहर का कश्मीर पर भड़काऊ बयान

मसूद अजहर ने कश्मीर को लेकर दिए अपने बयान में इसे “मुस्लिमों का धार्मिक संघर्ष” करार दिया। उसने कहा कि कश्मीर को “आज़ाद” कराने के लिए आतंकवादी संगठनों को एकजुट होकर काम करना चाहिए। अजहर के इस बयान से यह स्पष्ट है कि वह भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिशों को खुलकर अंजाम देने की कोशिश कर रहा है।

हक्कानी नेटवर्क और कश्मीर

मसूद अजहर ने दावा किया कि तालिबान के वरिष्ठ नेता और अफगानिस्तान के गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने कश्मीर को “इस्लामी राज्य” बनाने का सपना देखा है। उसने यह भी कहा कि हक्कानी नेटवर्क ने कश्मीर में आतंकवाद फैलाने के लिए समर्थन की पेशकश की है। यह दावा दोनों देशों के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है।

अफगान गृह मंत्री की सफाई

सिराजुद्दीन हक्कानी ने मसूद अजहर के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान किसी भी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता। अफगान गृह मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि उनका देश कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला मानता है।

पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा

मसूद अजहर के फिर से सक्रिय होने और उसके भड़काऊ बयानों के बाद पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने की संभावना है। भारत पहले ही मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित ग्लोबल टेररिस्ट करार दिला चुका है। लेकिन पाकिस्तान सरकार उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करने में नाकाम रही है।

भारत की प्रतिक्रिया

भारत ने मसूद अजहर के बयानों को गंभीरता से लिया है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। माना जा रहा है कि अजहर के ये बयान कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हो सकते हैं।

क्या है अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका?

मसूद अजहर के लगातार भड़काऊ बयानों और आतंकी गतिविधियों के बावजूद पाकिस्तान उसे संरक्षण देता आ रहा है। अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन पहले भी पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। यह देखना होगा कि इस नई घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान पर क्या कदम उठाता है।

निष्कर्ष

मसूद अजहर का फिर से सक्रिय होना और कश्मीर को लेकर जहर उगलना न केवल भारत बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच विवादित बयानबाजी ने इस मुद्दे को और पेचीदा बना दिया है। अब यह देखना होगा कि भारत, पाकिस्तान, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति से कैसे निपटते हैं।

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