मालदीव के एक गैराज में लगी भीषण आग, नौ भारतीयों सहित 10 लोगों की मौत

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11नवंबर। माले में एक गैराज में आग लगने से नौ भारतीयों समेत दस लोगों की मौत हो गई,जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए। जिस गैराज में आग लगी, उस इमारत की पहली मंजिल पर प्रवासी मजदूर रहते थे। भारतीयों की मौत पर भारतीय उच्चायोग ने दुख व्यक्त किया है।

मालदीव के अधिकारियों ने बताया कि इस इस घटना में मारे गए लोगों के बारे में पुष्टि की। अधिकारियों के मुताबिक, मृतकों में नौ भारतीय नागरिक थे जबकि एक व्यक्ति बांग्लादेश का था। वहीं भारतीय उच्चायोग ने भी इसकी पुष्टि की है। सूत्रों से पता चला है कि कुछ मृतक अपने कमरे और बाथरूम में फंसे हुए थे। मरने वालों में नौ के शव इमारत से बरामद किए गए जबकि गंभीर रूप से झुलसे एक व्यक्ति की मौत अस्पताल में हुई।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) पीड़ितों और आस-पास की इमारतों से निकाले गए लोगों की सहायता कर रहा है। एनडीएमए ने आग के पीड़ितों की सहायता के लिए माफनु स्टेडियम में एक अस्थायी केंद्र बनाया है। मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) के फायर एंड रेस्क्यू सर्विस कमांडर इब्राहिम रशीद ने कहा कि यह घटना उस इमारत में हुई जहां बड़ी संख्या में भारतीय, श्रीलंकाई और बांग्लादेशी प्रवासी श्रमिक रहते थे। माले में भारतीय उच्चायोग ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि हम मालदीव के अधिकारियों के संपर्क में हैं।

गैराज से आग फैलकर पहली मंजिल तक पहुंची
स्थानीय मीडिया के अनुसार, आग देर रात करीब साढ़े 12 बजे मावियो मस्जिद के पास एम. निरूफेफी में लगी। गैराज भूतल पर था और प्रवासी मजदूर पहली मंजिल पर रहते थे। आग पहली मंजिल तक पहुंच गई। मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल आग एवं बचाव सेवा ने बताया कि इमारत से 28 लोगों को निकाला गया, आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चला है। माले की आबादी 2,50,000 लाख है, जिसमें से आधे बांग्लादेश, भारत, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका से आए लोग हैं।

मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि वह माले में आग की खबर से बहुत दुखी हैं, जिसमें 10 प्रवासी श्रमिकों की जान चली गई और कई परिवार प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों और प्रभावितों के परिवारों के साथ हैं। जांच जारी है। मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स ने कहा कि इमारत में बांग्लादेश, भारत और श्रीलंका के 38 प्रवासी श्रमिक रह रहे थे। एमएनडीएफ अग्नि एवं बचाव सेवा के कमांडेंट कर्नल इब्राहिम रशीद ने कहा कि प्रवासी क्वार्टर के अंदर बिस्तरों के बगल में गैस सिलेंडर रखे हुए थे।

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